खंडवा। सुशील विधानि।
मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के विकासखण्ड पंधाना की ग्राम पंचायत छनेरा में नियमों को ताक में रखकर कार्य किया जा रहा हैं । जहां एक ओर पहले से खुदे कुँए पर स्वीकृति प्राप्त कर राशि निकाली जा रही हैं जबकि इन हितग्राहियों के कुँए पहले से ही खुदे हुए हैं। जिन हितग्राहियों के कुएं खोदे जा रहें हैं उनमें मेहताब चन्दर सिंह, राजकुमार, विपिन मौर्य के नाम शामिल हैं। जबकि पूर्व में खोदे गए इन कुँए को पटवारी के द्वारा उपयोगी लिखे जाने की अवस्था मे ही खोदने की अनुमति दी जाती हैं लेकिन ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक द्वारा इन कार्य पर स्वीकृति प्राप्त कर ली गई।
वहीं, प्रधानमंत्री आवास योजना में भी जमकर धांधली की जा रही है। हितग्राहियों से 10 से 15 हजार रूपये तक काम के बदले लिए गए, वही कुछ ऐसे भी हितग्राही हैं जिनके काम पुरे होने के बावजूद मनरेगा के तहत मजदूरी की राशि आज तक नही मिली हैं। हितग्राहियों में रामभवन बेनीप्रसाद, नानसिंह बेचान, मगन सुरमल, लीलाबाई किशोरी, मायाबाई कल्ला, विनोद कुनसिंह, राजाराम गनपत के नाम शामिल हैं। जो वर्ष 2016-17 में आवास के कार्य पूर्ण करवा चुके हैं। इसके बावजूद भी मजदूरी मस्टर पेमेंट नही मिला हैं ।
रोजगार सहायक की विवादित कार्यशैली
ग्राम पंचायत में कार्यरत रोजगार सहायक की कार्यशैली पहले से विवादित रही हैं। जिसके चलते यह हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। वर्तमान पंचायत छनेरा में भी इनकी मनमानी का आलम चरम पर हैं । यही कारण हैं शासकीय कार्य भी मनमाने ढंग से करवाये जा रहे हैं। यदि इनके कामों की भी जांच की जाती हैं तो भारी अनियमितता सामने आ सकती हैं।
पोल खोलते घटिया निर्माण कार्य
यदि ग्राम पंचायत के कार्यों की भी जांच की जाती हैं तो भारी अनियमितता उजागर हो सकती हैं। पंचपरमेश्वर योजना के कार्य हो या फिर 14वां वित्त से बनने वाले सीसी रोड़ हो, जिनका गुणवत्ताहीन निर्माण कराया गया जो कि समय से पहले ही दम तोड़ने लगे हैं । घटिया सामग्री के इस्तेमाल के चलते सड़कों से गिट्टी बाहर झांकने लगी हैं वही विधायक एवं सांसद मद के कार्य भी घटिया स्तर के करवाये गये हैं।