खंडवा।
मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण कई जिलों मे बाढ़ के हालात बने हुए है, जिसके चलते निचली बस्तियों को खाली करवाया जा रहा है। जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है। खास करके खंडवा में स्थिति गभीर बनी हुई है, यहां नदी-नाले उफान पर आ गए है, लोगों के घरों-दुकानों में पानी घुस रहा है, कई गांवों का सपंर्क टूट गया है। इसी बीच शुक्रवार को जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट बाढ़ प्रभावित आशापुर क्षेत्र और सुंदरदेव गांव प्रभावितों से मिलने पहुंचे।जहां उन्होंने अधिकारियों की मौजूदगी में प्रभावितों से कहा कोई कष्ट या तकलीफ हो तो मुझे बताए, कौन अधिकारी आपकी नहीं सुनता मुझे बताओ।
इस दौरान सिलावट बाढ़ पीड़ित परिवारों से घर-घर जाकर मिले, प्रभावितों से चर्चा की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।साथ ही बाढ़ प्रभावितों से कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुझे यहां भेजा है। आप किसी भी बात की चिंता मत करो, इस दुःख की घड़ी में सरकार आपके साथ है। हर बाढ़ पीड़ित की मदद के लिए सरकार तत्पर है। कोई कष्ट या तकलीफ हो तो मुझे बताए, कौन अधिकारी आपकी नहीं सुनता मुझे बताओ।इस दौरान ग्रामीणों ने मंत्री से स्टाप डेम तोड़े जाने की मांग की।ग्रामीणों ने कहा कि पटवा नदी पर एक स्टाप डेम बना है, जिसमे नदी का पानी बारिश के दिनों में नहीं निकल पाता व गांव में घुस जाता है। हर साल नुकसान करता है। इस वर्ष भी डेम से पानी नहीं निकलने के कारण गांव में आ गया व गांव को बर्बाद कर दिया। इस पर मंत्री ने कलेक्टर से कहा कि जो स्टाप डेम ग्रामीणों को फायदा देने की बजाय नुकसान पहुंचा रहा है, उसे तुड़वा देना ही उचित है। अधिकृत विभाग को स्टाप डेम तोड़ने का कहें।
घर घर जाकर सर्वे करने के दिए निर्देश
वही मंत्री सिलावट ने राजस्व विभाग से बाढ़ प्रभावितों को उचित मुआवजा दिए जाने की जानकारी के साथ ही वन विभाग को निर्देशित किया कि ग्रामीणों को अपने टूटे हुए घर सुधारने के लिए बांस -बल्ली उपलब्ध कराई जाएं। खाद्य विभाग को निर्देशित किया गया कि गेहूं, चावल के साथ ही दाल भी इन्हें उपलब्ध कराई जाएं। सिलावट ने अधिकारियों से कहा कि बाढ़ पीड़ितों के घर-घर जाकर सर्वे करें और आरबीसी 6 (4) के तहत प्रकरण तैयार कर राहत दिलवायें। उन्होंने राज्य सड़क विकास निगम के अधिकारियों को क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत का कार्य तुरंत शुरू कराने के निर्देश दिए।
सीएम पहले ही दे चुके है सतर्क रहने के निर्देश
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश में भारी बारिश के चलते सभी जिलों में आपदा प्रबंधन की पुख्ता व्यवस्था और सभी एहतियातन कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि भारी बारिश के दौरान जन-धन की कोई हानि न होने देने के सुनिश्चित इंतजाम किए जाएं।वही उन्होंने सभी जिलों से भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सभी जिला कलेक्टरों से कहा कि वे उन स्थानों पर विशेष नजर रखें, जहां भारी वर्षा के चलते ज्यादा खतरा संभावित है। निचली बस्तियों में पानी भराव की स्थिति में तत्काल राहत कार्य शुरू करें और राहत शिविर लगाने की पूरी तैयारी रखें।नाथ ने प्रदेश में सभी पुल-पुलिया पर भी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।सभी पुल-पुलिया का निरीक्षण किया जाए जिससे दुर्घटना के पूर्व आवश्यक उपाय किए जा सकें।