खंडवा, डेस्क रिपोर्ट। खंडवा लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती जा रही है, वही बी जे पी भी अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम पर मुहर नही लगा पाई है, दोनो ही दलों के अपने मुश्किलें बढ़ाते नज़र आ रहे है, कांग्रेस में एक तरफ इस टिकिट के लिए पूर्व मंत्री अरुण यादव प्रबल दावेदार है, वही हमेशा चर्चा में रहने वाले बुराहनपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा अपनी पत्नी जय श्री के लिए टिकिट पर अड़े बैठे है। बी जे पी हो या कांग्रेस दोनो ही दलों में उम्मीदवारों को लेकर घमासान जारी है, शनिवार को मुख्यमंत्री निवास में देर तक इसी मंथन को लेकर बैठक हुई, वही दूसरी तरह पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ चुनाव प्रभारियों के साथ कशमकश में लगे रहे। यह भी कहा जा रहा है कि कमलनाथ रविवार शाम तक दिल्ली रवाना होंगे जहां वह दिल्ली हाईकमान को खंडवा के साथ ही जोबट और रैगांव सीट के लिए करवाये गए सर्वे की रिपोर्ट भी सौपेंगे।
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खंडवा सीट को लेकर कांग्रेस में स्थितियां ज्यादा परेशानी भरी नज़र आ रही है, बुरहानपुर विधायक शेरा का कहना है कि खंडवा सीट से मेरी पत्नी जयश्री का ही टिकट फाइनल होगा। कांग्रेस से जयश्री को ही टिकट मिलेगा। अरुण यादव के नाम पर चर्चा की खबर पर शेरा ने कहा कि कहां से तय हो गया अरुण यादव का नाम, क्या बी फार्म मिल गया उन्हें, आम आदमी की सुनेंगे तो सिर्फ जयश्री का ही नाम आएगा। शेरा ने दावा किया है कि टिकट कांग्रेस से सिर्फ उनकी पत्नी को ही मिलेगा।
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वही अब पूर्व मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर पार्टी में सनसनी फैला दी है, राजनीति के जानकारों का मानना है कि अरुण यादव ने शायरी के माध्यम से पार्टी को यह संकेत देने की कोशिश की है कि बीजेपी के लोग उनसे संपर्क कर रहे हैं। वहीं दूसरी और पार्टी के लोग ही उनके खिलाफ हैं, जबकि वे सार्वजनिक तौर पर समर्थन की बात कर रहे हैं। अरुण यादव ने ट्वीट किया ” मेरे दुश्मन भी मेरे मुरीद है शायद, वक़्त-बेवक्त मेरा नाम लिया करते है,मेरी गली से गुजरते है छुपा के खंजर,रूबरू होने पर सलाम किया करते है”।
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खंडवा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन की वजह से यह लोकसभा सीट खाली हुई है। कोरोना संक्रमण के कारण निर्वाचन आयोग ने खंडवा लोकसभा का उपचुनाव टाल दिया था। उधर, कोरोना से निवाड़ी पृथ्वीपुर से कांग्रेस विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह, जोबट से कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया और रैगांव से भाजपा विधायक जुगल किशोर बागरी का निधन हो गया था।
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फिलहाल अभी प्रदेश में बी जे पी के लिए सबसे अहम खंडवा लोकसभा क्षेत्र है। इस सीट पर नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्ष की दावेदारी है। पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस और इंदौर के कृष्ण मुरारी मोघे ने भी दावेदारी की है l कांग्रेस से पूर्व सांसद अरुण यादव ने दावा किया है। लेकिन अब देखना होगा कि दोनों दल किस रणनीति के तहत अपने उम्मीदवार मैदान में उतारते है और जिन्हें मौका नही मिलता है दोनो दल उनकी नाराजगी कैसे दूर करते है।