Khandwa News : ‘आतंकी’ फैजान को खंडवा कोर्ट ने भेजा जेल, 22 तक न्यायिक हिरासत

एटीएस के पूछताछ में फैजान ने कई अहम खुलासे भी किए। जिसमें उसने बताया कि वह सेना के अधिकारियों को नुकसान पहुंचाना चाहता था और उन पर लोन वुल्फ अटैक करने की प्लानिंग कर रहा था। इसलिए वह सोशल मीडिया पर युवाओं के बीच आतंक की बातें फैलता था और उन्हें खुद से जोड़ने की कोशिश करता था।

Amit Sengar
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Terrorist Faizan

Khandwa News : मध्य प्रदेश के खंडवा की जिला कोर्ट ने आज इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी फैजान को जेल भेज दिया है। इसके बाद एटीएस तथा पुलिस की टीम आतंकी फैजान को कड़ी सुरक्षा के बीच जिला जेल लेकर पहुंची। फैजान अब 22 तारीख तक जेल में ही रहेगा। अगली सुनवाई 22 तारीख को होनी है।

क्या है पूरा मामला

बता दें, कि 4 जुलाई को भोपाल एटीएस की टीम ने मध्यप्रदेश के खंडवा से इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी फैजान को गिरफ्तार किया था और भोपाल ले गई थी। 5 दिनों तक रिमांड लेने के बाद एटीएस ने आज फैजान को खंडवा कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। सरकारी वकील एडवोकेट मनीष बरोल ने बताया कि एटीएस द्वारा आज आतंकी फैजान को कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से अब उसे जेल भेज दिया गया है। मामले की अगली सुनवाई 22 तारीख को होगी।

बताया जा रहा है, कि आतंकी फैजान पर सेना से जुड़े अधिकारियों तथा सैनिक ठिकानों की रेकी करने का आरोप है। वह सेना पर या सेना के अधिकारियों पर बड़ा हमला करने की साजिश रच रहा था। लेकिन इसके पहले ही भोपाल एटीएस की टीम ने खंडवा पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया और भोपाल ले गई। फैजान ने खंडवा कोर्ट में पेश होने के दौरान अपनी उंगलियों से विक्ट्री साइन भी दिखाया। एटीएस के पूछताछ में फैजान ने कई अहम खुलासे भी किए। जिसमें उसने बताया कि वह सेना के अधिकारियों को नुकसान पहुंचाना चाहता था और उन पर लोन वुल्फ अटैक करने की प्लानिंग कर रहा था। इसलिए वह सोशल मीडिया पर युवाओं के बीच आतंक की बातें फैलता था और उन्हें खुद से जोड़ने की कोशिश करता था।
खंडवा से सुशील विधाणी की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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