खंडवा, सुशील विधानी। उपचुनाव से पहले जनता के बीच पहुंच रहे पूर्व विधायकों-मंत्रियों को जनसंपर्क दौरे के दौरान बार बार विरोध का शिकार होना पड़ रहा है। अब कांग्रेस (Congress) का हाथ छोड़कर बीजेपी (BJP) का दामन थामने वाले पूर्व विधायक नारायण पटेल (Former MLA Narayan Patel) के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है, क्योंकि उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार तो बना दिया लेकिन जनता जनार्दन ने उन्हें नकार दिया है।आज रविवार को जब पामाखेड़ी में नारायण पटेल लोगों से आशीर्वाद लेने पहुंचे तो गांव की महिलाओं ने उन्हें घेर लिया । उनकी एक नहीं सुनी, वह चिल्लाते रहे कि पहले आपने कमलनाथ (Kamalnath) को चुना था अब शिवराज (Shivraj) मामा को चुनो।इस बात पर महिला इतनी भड़क गई कि पूर्व विधायक को उल्टे पैर ही वापस लौटना पड़ा।
महिलाओं का कहना था कि विधायक रहते हुए एक बार भी झांकने नहीं आए नारायण पटेल और अब पैर छूने आ रहे हैं, शर्म आनी चाहिए इनको। वहीं महिलाओं ने नारायण पटेल को कहा कि गांव में सड़क पानी बिजली अनेक मूलभूत सुविधाएं आज तक नहीं है, राशन पानी मिलता नहीं है, समय पर कैसे वोट दे दे आपको। नारायण पटेल के लिए मुसीबत बढ़ती ही जा रही है क्योंकि आए दिन विवादित बोल और ऊपर से गांव की जनता का समर्थन नहीं मिल पाना , यह बता रहा है कि नारायण पटेल बीजेपी की सबसे कमजोर कड़ी बन ना जाए।
वही गांव के बुजुर्ग लोगों ने कहा कि नारायण पटेल को वोट दिया था लेकिन उसने धोखा दिया। अब जनता समझदार है जो हमारे गांव का विकास करेगा ।हम उसे ही वोट देंगे हमारे बच्चे बेरोजगार हैं। नारायण पटेल ने वादा किया था की नौकरी दिलवा लूंगा , लेकिन अभी तक नौकरी नहीं दिलवाई उल्टे विधायक रहते गांव में शक्ल तक नहीं दिखाई अब भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है तो वोट मांगने आ रहे हैं, जो अपनी पार्टी का नहीं हुआ वह हमारा कैसे हो सकता है गांव में विकास नहीं हुआ है। विकास तो नेताओं अपना ही किया है ।2013-14 मे जब बाय पास बना तो सरकार ने इन्हे बायपास पर जगह दे दी और कहाँ की आपको पानी बिजली की व्यवस्था करवाएंगे यहाँ पर पहले का एक हेडपम्प भी है, पर उसमे पानी नहीं आता बहुत दिनों से यहाँ से बच्चे बूढ़े आधा किलोमीटर दूर से पानी लाते है इसी बीच समाजसेवी दिग्विजय सिंह संटू दादा ने यहाँ पर तुरंत 1200 फिट पानी की पाईप लाइन करवाई पर और यहाँ पर अपनी की व्यवस्था करवाई।
इसी चरण में आगे अमिताभ मंडलोई का नाम कांग्रेसी प्रबल दावेदारी में दिखाई दे रहा है, इनके द्वारा भी क्षेत्र में कई सहयोग कार्य किए जा रहे हैं ।इससे यह सिद्ध होता है कि बीजेपी से संटू दादा तथा कांग्रेस से अमिताभ मंडलोई आमने सामने हो सकते हैं। नारायण जी तो अब अपनी धुंधली छवि को सुधारने में ही लगे हुए हैं जो बीजेपी को बड़ा नुकसान दे सकती है। नारायण पटेल आज गांव में पहुंचे है लेकिन गांव की महिलाओं ने उन्हें इतनी खरी-खोटी सुनाई की वापस लौटना पड़ा, गांव से देखना होगा कि शिवराज सिंह चौहान इस डूबती हुई नैया को कैसे पार लगाते हैं क्योंकि जनता का फैसला ही मांधाता का भविष्य लिखेगा।