अधिकारियों का कारनामा, 5000 दस्तावेजों में रातोंरात लगाई आग, मचा हड़कंप

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खंडवा। सुशील विधानी।

 मध्यप्रदेश में जैसे ही सरकारें बदली 15 साल से हो रहे काले कारनामों का अधिकारियों ने भी जिले में काफी बड़ा भ्रष्टाचार किया है। 15 दिन पूर्व ही जनपद कार्यालय में 1 क्विंटल दूध पाउडर आग के हवाले कर दिया गया था । अधिकारियों ने एक विभाग से दूसरे विभाग पर आरोप-प्रत्यारोप का दौड़ शुरू कर दिया था । जिले में कुपोषण खत्म हुई नहीं रहा वहीं केंद्र और राज्य सरकार द्वारा महिला बाल विकास विभाग को खंडवा जिले के लिए करोड़ों रुपए दिए गए आखिर उन रुपयों का क्या हुआ ऐसे कई दस्तावेज जो फाइल बंद कर रखे हुए थे और अधिकारियों का भ्रष्टाचार खोल दे उससे पहले ही महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी संजय भरद्वाज ने चपरासियों से मिलकर रातों रात 5000 से अधिक फाइलों को आग के हवाले कर दिया ।

मीडिया को जब सूचना लगी तो अधिकारी आनन-फानन में इधर-उधर भागते नजर आए वहीं महिला बाल विकास अधिकारी ने भी मामले से पल्ला झाड़ दिया लेकिन दस्तावेजों जलाएं वह इस प्रकार के थे की महिला एवं बाल विकास विभाग ने व्यापम के तहत 2014 के दौरान सुपरवाइजर (पर्यवेक्षकों)की भर्ती प्रक्रिया समेत करीब 5 हजार फाईलें जला डालीं। इसमें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी खाक होने के आसार हैैं।

व्यापम भर्ती यूं भी चर्चाओं में रही है, इसलिए मीडिया ने फाइलों के जलाने की जमकर पड़ताल भी की। आरटीआई अधीनियम 2005 का कायदा यह भी है कि बीस साल तक के दस्तावेज कोई भी मांग सकता है, लेकिन यहां तो 2014 के ही कागज जला दिए। शनिवार रात 9 बजे तक यह उपक्रम चलता रहा। ये कागज लंबे समय खंडवा में टिके और विवादित रहे तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गुप्ता के समय के बताए जा रहे हैैं। पूरा मीडिया आनन फानन में वहां पहुंच गया। कलेक्टर ने भी कहा है कि माजरा क्या है, इसे सुबह दिखवाता हूँ। इसी परिसर में दूध पावडर के एक्सपायरी हो गए हजारों पैकेट भी जनपद पंचायत ने जला दिए थे। इन्हें आंगनवाडियों में जनपद के माध्यम से पंचायतवार वितरित करवाने थे। जो बच्चों तक नहीं पहुंच पाए थे।

व्यापम भर्ती प्रक्रिया हम नहीं करवाते:डीपीओ

खंडवा जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय भारद्वाज ने बताया कि वे 3 फरवरी तक अवकाश पर हैैं। इस समय इंदौर में हैैं। उन्हें किसी तरह की जानकारी नहीं है। लेकिन यह जरूर है कि आईएसओ प्रमाणपत्र के लिए कार्यालय को हाईटेक किया जा रहा है। इसमें अनावश्क व गैरजरूरी फाईलों को शार्टआउट किया जा रहा है। जरूरी दस्तावेजों को किसी भी हाल में नहीं जलाया जा सकता। मसला मेरे आने के बाद ही साल्व हो पाएगा। पूरी डिटेल कर्मचारियों से पता करवा रहा हूँ। श्री भारद्वाज ने कहा कि परीक्षा के दौरान ड्यूटी पर तैनात टीए-डीए व अन्य जानकारी के दस्तावेज होंगे। बाकी कापियाँ और रिजल्ट व भर्ती के दस्तावेज व्यापम वाले ही ले जाते हैैं।


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