खंडवा। सुशील विधानी।
शहर में अवैध रेत भंडारण के कारोबार को लेकर अक्सर शिकायते होती रही हैं। लेकिन कार्यवाही अब तक नहीं हो पाई थी। आज जब जिला प्रशासन कार्यवाही करने पहुंचा तो एस डी एम साहब को अचानक ग़ुस्सा आ गया। एसडीएम ने एक कारोबारी की कालर पकड़ कर उसे धक्के दे दिए। इतना ही नहीं उसपर कार्यवाही करने और थाने में बंद करने की धमकी भी देने लगे। इधर रेत कारोबारी ने ने एसडीएम की इस हरकत को जबरन दादागिरी बताया।
खंडवा के जिमखाना मैदान के पास अवैध रेत भंडारण को के कर कई बार जिला प्रशासन को शिकायत की गई हैं। लेकिन कार्यवाही नहीं हुई। आज जब कार्यवाही हुई तो एसडीएम संजयू पांडे को अचानक ग़ुस्सा आ गया। दरअसल जिला कलेक्टर के निर्देश पर जिला प्रशासन ,खनिज विभाग के साथ ही नगर निगम की टीम अवैध रूप से स्टोर की गई रेत को जप्त करने सूरजकुंड पहुंचे थे। प्रशासन जब अवैध रेत को जप्त करने की कार्यवाही कर रहा था तभी रेत ठेकेदार खनिज विभाग की महिला अधिकारी रश्मि पांडे से बात करने उनकी गाड़ी के पास पहुंच गए। महिला अधिकारी अपनी जीप में बैठी थी इतने में पीछे से एसडीएम पांडे आ गए और एक ठेकेदार की कलर पकड़ कर उसे धमकाने लगे। जिस ठेकेदार की एसडीएम ने कॉलर पकड़ी उसका कहना हैं की एसडीएम उन्हें जबरन धमका कर कार्यवाही की बात कर रहे है । जबकि हम खनिज अधिकारी से शांतिपूर्वक अपनी बात कह रहे थे
रेत भंडारण करने वाले कारोबारियों की माने तो वे खनिज विभाग से रेत भण्डारण की परमिशन के लिए पहले ही आवेदन कर कर चुके है लेकिन खनिज विभाग उन्हें नगर निगम भेज देता है और नगर निगम उन्हें वापस खनिज विभाग। ऐसे में उनके पास कोई जगह नहीं बचती इसलिए वे इस जगह रेत को स्टोर कर अपना कारोबार करते हैं। रेत कारोबारीयों ने इस कार्यवाही को गलत बताते हुए कहा की उनके पास जो रेत हैं उसकी रॉयल्टी वह पहले ही दे चुके हैं। इधर जब मीडिया ने एसडीएम संजयू पांडे से कॉलर पकड़ने वाले मामले में बात करनी चाही तो वे बात करने से ही मना कर गए। लेकिन महिला खनिज अधिकारी ने इस बात को स्वीकारा कि रेत कारोबारी पहले तो कार्यवाही का विरोध कर रहे थे लेकिन बाद में वह समान्य तौर पर बात कर रहे थे। भंडारण के आवेदन की बात को भी खनिज अधिकारी ने नकारते हुए कहा की मेरे से पहले के किसी अधिकारी को कभी आवेदन किया हो तो पता नहीं लेकिन यहाँ रोड़ होने से भंडारण की अनुमति नहीं दी जा सकती।