Omkareshwar News : मध्य प्रदेश की ज्योतिर्लिंग नगरी ओंकारेश्वर में एक बडा हादसा टल गया। दरअसल, रविवार को अवकाश होने के कारण यहां श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होती है।ऐसे में घटना के पहले घाटों से पानी काफी दुर था इसलिए कुछ यात्री नहाने के लिए पानी ढूंढ़ते हुए बीच नर्मदा में चट्टानों पर पंहुच गए। इसी बीच ओंकारेश्वर बाँध से अचानक पानी छोड़ दिया गया। जिसके कारण नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लग गया। जिससे चट्टानों पर नर्मदा स्नान कर रहे 15 से 20 लोग फस गये।
बता दें कि तेज बहाव के बीच चट्टानों पर फंसे लोगों को स्थानीय नाविकों ने नाव, रस्सी तथा लाईफ जैकेट की सहायता सकुशल किनारे पर लाया गया। गनिमत रही कि इस दौरान किसी भी प्रकार की कोई जनहानी नही हुई क्योंकि समय रहते अगर नाविकों ने नर्मदा के बीच फंसे यात्रीयों की मदद की। जिससे एक बडा हादसा टल गया।
चट्टानों के बीच फंसे श्रद्धालु की मुंह जुबानी
गुजरात के बडौदरा से अपने दोस्तों के साथ आए श्रद्धालु ने बताया कि, “घाट पर पानी कम था। हम सभी लोग चट्टानों पर नहाने के लिये चले गये। हम लोगों को कुछ पता नही था। अचानक से पानी का बहाव तेज हुआ और हम जहां थे वहीं खडे रहे। थोडा सा इंतजार किया। हमें कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। पानी का बहाव कम होने के बजाय और तेज होता जा रहा था और फिर हम लोगों को लगा कि अब हमारे सामने मौत है।
जल संसाधन मंत्री ने दी घटना पर प्रतिक्रिया
मध्यप्रदेश शासन में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने ओंकारेश्वर में हुई घटना पर ट्विट करते हुए कहा कि, “ओंकारेश्वर में नर्मदा स्नान करने आए 14 युवा पानी का बहाव बढ़ने से नदी के बीच फंस गए। सभी को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिए गये हैं। आगे मंत्री ने निवेदन करते हुए कहा कि, नदी में स्नान के दौरान लापरवाही बिल्कुल ना करें आपका जीवन अमूल्य हैं।”
ओंकारेश्वर में नर्मदा स्नान करने आए 14 युवा पानी का बहाव बढ़ने से नदी के बीच फंस गए। हालाँकि जीवनदायिनी माँ नर्मदा की कृपा से सभी रेस्क्यू कर सुरक्षित बहार निकाल लिए गए है। आप सभी से निवेदन है कि नदी में स्नान के दौरान लापरवाही बिल्कुल ना करें। आपका जीवन अमूल्य है।🙏
— Tulsi Ram Silawat (मोदी का परिवार) (@tulsi_silawat) April 9, 2023
खंडवा से सुशील विधाणी की रिपोर्ट