Khargone News : अनियंत्रित होकर पलटी बोलेरो, 10 लोग घायल

Amit Sengar
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Khargone Accident News :  खरगोन जिले के बड़वाह से करीब 15 किलोमीटर दूर काटकुट मार्ग पर बारूल के पास एक बोलेरो गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई। इस गाड़ी में बैठे करीब 9 लोग एवं एक 12 साल का बच्चा घायल हुआ है।यह सभी पारिवारिक कार्य से लौटकर अपने गांव खलघाट जा रहे थे। इस दुर्घटना में खलघाट सरपंच संगीता पति भूरेसिंह बुरी तरह घायल हो गई। बड़वाह के शासकीय अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा है।

सरपंच पति भूरेसिंह ने बताया कि वह रविवार शाम को काटकूट के पास सेमली गांव में एक पारिवारिक शादी में सम्मिलित होने के लिए आए थे।शादी समाप्त होने के बाद मंगलवार सुबह वापस अपने घर खलघाट के लिए लौट रहे थे। गाड़ी में स्वयं चला रहे थे।बारुल के पास मोड़ पर कार उनसे हैंडल नहीं हो पाई और सड़क से उतरकर गड्ढे में जाकर पलट गई। गाड़ी में बैठे अधिकतर लोग परिवार के ही थे ।सभी को 108 के माध्यम से बड़वाह शासकीय अस्पताल लाया गया।घटना की जानकारी जब से सेमली गांव में उनके परिचितों को लगी तो वह भी बड़वाह अस्पताल पहुंच गए हैं फिलहाल सभी घायलों का उपचार किया जा रहा है।

यह है घायलों के नाम

इस दुर्घटना में घायल हुई सरपंच संगीता पति भूरेसिंह अलावा(37),भूरेसिंह पिता रायसिंह अलावा(38) दोनो निवासी खलघाट एवम वर्षा पिता जितेंद्र जाधव(25)निवासी इंदौर को इंदौर रेफर किया गया है।वही जोली पति जितेंद्र(45) निवासी इंदौर, मुकेश पिता सुतरिया निवासी खलघाट,(15)भंगी पिता सूतरिया निवासी खलघाट(18),गोपाला पिता भूरेसिंह(12), वन्दना पिता भूरेसिंह(17)घायल है।जिनका उपचार सिविल अस्पताल बड़वाह में किया जा रहा है।

नीरज लोधी चौकी प्रभारी काटकूट-बोलोरो गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई। जो लोग इस दुर्घटना में घायल हुए है उन्हें इलाज के लिए 108 बुलवाकर बडवाह शासकीय अस्पताल लाया गया जहाँ उनका उपचार किया जा रहा है वाहन मालिक को बुलाकर गाड़ी के पेपर चेक किये जायेंगे आगे जो कार्यवाही होगी वह नियम अनुसार करेंगे।
खरगोन से बाबूलाल सारंग की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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