मंदसौर,राकेश धनोतिया। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों के लिए न्यूनतम दर पर राशन (ration) उपलब्ध करवाने के लिए हर गांव में राशन की दुकान खोली गई। राशन की दुकान चलाने के लिए स्व सहायता समूह का गठन करके इनके मुखिया को राशन बांटने की जिम्मेदारी दी गई। लेकिन कुछ राशन माफिया द्वारा गरीबों के राशन का हक छीनकर उसमें हेराफेरी कर अपना जेब भर लेते हैं।
यह भी पढ़े…ग्राम पंचायत जाट में उपसरपंच का मुकाबला रहा रोचक पूर्ण
ऐसा ही एक मामला गरोठ के उदल्याखेड़ी उचित मूल्य की दुकान का मामला सामने आया है। ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों को शिकायत की गई थी। समय पर राशन नहीं मिलता है। ग्रामीणों की शिकायत पर उचित मूल्य की दुकान को सील कर दिया था।
यह भी पढ़े…बहुचर्चित डबल मनी मामला : महिला के घर में गड़ाकर रखे करीबन सवा करोड़ रुपये बरामद
उसके पश्चात जांच में दोषी पाए गए उचित मूल्य दुकान संचालिका मां-बेटी ने शासकीय उचित मूल्य की दुकान से 60.22 क्विंटल गेहूं, 4.80 क्विंटल चावल, 304 लीटर केरोसिन गायब, लगभग 1 लाख 60 हजार रुपए का गबन किया गया। उचित मूल्य दुकान संचालिका मां-बेटी के खिलाफ राशन गबन के मामले में कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी माया दिनकर द्वारा गरोठ थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई।