Mandsaur Weather Update : मध्य प्रदेश के मौसम में रविवार से बड़ा बदलाव देखने को मिलने लगा है। बता दें कि रविवार से तापमान में गिरावट के साथ तीव्र ठंड का असर दिखाई दिया, जिसका प्रभाव 18 जनवरी तक बना रहेगा। मौसम विभाग की मानें तो बर्फीली हवाओं के कारण अगले चार से पांच दिन तक पारे में गिरावट दर्ज की जाएगी और शीत लहर चलने की भी संभावना है। 18 जनवरी के बाद हवाओं का रुख दक्षिणी पश्चिमी हो जाएगा और फिर तापमान में इजाफा होने लगेगा। 20 जनवरी के बाद कड़ाके की ठंड से राहत मिलने की उम्मीद है।
मंदसौर जिले में दिखा ठंड का असर
इसी कड़ी में मंदसौर जिले में ठंड का असर देखने को मिला। जनवरी में इस प्रकार की ठंड के प्रकोप से फसलों को काफी नुकसान होता हुआ दिखाई दे रहा है। वहीं, क्षेत्र में ठंड के प्रकोप से फसलों में बर्फ जमी हुई नजर आ रही है। जिससे किसान परेशान दिखाई दे रहे हैं। ठंड के कारण कुछ फसलों के काफी ज्यादा नुकसान होने की बात कही जा रही है।
20 जनवरी को बादल छाने के आसार
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, हवाओं का रूख उत्तर-पश्चिमी हो गया है। जिसके कारण 15 जनवरी की रात से ही पारे में तेजी से गिरावट आई है। ग्वालियर- चंबल, बुंदेलखंड, बघेलखंड और महाकौशल में कोहरा भी छाया रहा। वहीं, अगले 3 दिन के दौरान भोपाल और इंदौर में रात का पारा 4 डिग्री तक गिर सकता है और ठंड में तेजी आएगी। बता दें आज यानि 16, 17 और 18 जनवरी को भी यही हालात बने रहेंगे। वहीं, 19 जनवरी के बाद हवाओं का रुख दक्षिणी पश्चिमी होने लगेगा और 20 जनवरी को बादल छाने के आसार है। 20 जनवरी से बादल छाने के आसार है, जिसका प्रभाव छतरपुर और जबलपुर में देखने को मिलेगा। 22 और 23 जनवरी को भी घने बादल छाएंगे। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बादल छाने से दिन का पारा गिरेगा जबकि रात का पारा चढ़ जाएगा।
पिछले 24 घंटे में प्रदेश का हाल
- पिछले 24 घंटों के दौरान मध्य प्रदेश के सभी संभागों के जिलों का मौसम मुख्यत: शुष्क रहा।
- न्यूनतम तापमान सागर और भोपाल संभाग के जिलों में पारा काफी गिरा।
- प्रदेश में सबसे कम तापमान 3.5 डिग्री राजगढ़ तो दतिया में पांच डिग्री दर्ज किया गया।
- राजगढ़ में 5.3 तो गुना में 4.2 डिग्री की गिरावट हुई।
- शहडोल और ग्वालियर संभाग के जिलों में विशेष रूप से गिरे एवं शेष संभागों के जिलों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ।
- न्यूनतम तापमान शहडोल, इंदौर और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में सामान्य से कम, भोपाल एवं ग्वालियर संभाग के जिलों में सामान्य से काफी कम रहे।
- रीवा संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक एवं शेष संभागों में सामान्य रहे।
मंदसौर से राकेश धनोतिया की रिपोर्ट