विधायक यशपाल सिसौदिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर बताया कि वर्तमान में नीमच और मंदसौर की टेस्टिंग रतलाम मेडिकल कॉलेज में हो रही है। जहां 5 से 7 दिन में रिपोर्ट प्राप्त हो रही है। जिले में टेस्टिंग के लिए विधायक निधि से 25 लाख और दानदाता उद्योगपति प्रदीप गनेड़ीवाला के सहयोग से 15 लाख रुपए में जिला चिकित्सालय में आरटी पीसीआर लेबोरेटरी का प्रयास किया जा रहा है। जिसकी पूरी व्यवस्था कर ली गई है। विधायक ने बताया कि जिला अस्पताल में लेबोरेटरी के लिए पर्याप्त स्थान भी उपलब्ध है। लेकिन लेबोरेटरी आईसीएमआर (ICMR) की गाइड लाइन के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज में या टेस्टिंग लैबोरेट्री द्वारा ही डाली जा सकती है। जिसके लिए आवेदन भी कर दिया गया है, लेकिन उसकी अनुमति में समय लगेगा।
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विधायक यशपाल सिसौदिया ने मुख्यमंत्री शिवराज से आईसीएमआर लाइसेंस प्रक्रिया के पूरे होने तक जिले की प्राइवेट लेबोरेटरी में आरटी पीसीआर टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। विधायक ने कहा कि प्राइवेट ऑपरेटर, जिसके पास लाइसेंस उपलब्ध हो उसे यह लेबोरेटरी लाइसेंस के साथ संचालित करने की अनुमति दी जा सकती है। प्राइवेट लेबोरेटरी ऑपरेटर अपना स्टाफ रखकर आरटी पीसीआर को संचालित कर सकेगा, जब जिला चिकित्सालय को लाइसेंस अनुमति मिल जाएगी तब जिला चिकित्सालय मंदसौर अपने स्टाफ को ट्रेनिंग देकर इस आरटी पीसीआर को संचालित करेगा।
विधायक ने कहा कि कुल लगभग 40 लाख रुपए में यह काम हो जाएगा जिसकी एजेंसी रेडक्रॉस सोसाइटी या रोगी कल्याण समिति ही होगी। इस व्यवस्था से 300 से 800 लोगों की जांच प्रतिदिन हो जाएगी, इससे नीमच और मंदसौर दोनों जिलों के मरीजों का टेस्टिंग हो सकेगा।