Mandsaur News : मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले से बड़ी घटना सामने आई है, जहां बेटे की जन्म प्रमाणपत्र में नाम ठीक कराने गया एक व्यक्ति ट्रेन की चपेट आ गया। जिससे उसके दोनों पैर कटकर अलग हो गए है। जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस द्वारा उसे रतलाम के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां पर उसका प्राथमिक उपचार किया गया। आइए विस्तार से जानें क्या है पूरा मामला…
पति की हालत देख पत्नी हुई बदहवास
बता दें कि मामला रात का है जब यह हादसा हुआ लेकिन इस गंभीर हादसे के बाद भी घायल पीड़ित व्यक्ति ने हिम्मत नहीं हारी और पत्नी को उसी अवस्था में फोन लगाकर कहा कि, “ट्रेन से मेरे दोनों पैर कट गए हैं। मैं अब पहले जैसा नहीं रहा तुम तुरंत आ जाओ।” पत्नी जैसे-तैसे कार से रतलाम पहुंची और जैसे ही वह पति के सामने अस्पताल में पहुंची तो पति के दोनों पैर अलग देखकर बदहवास हो गई।
इंदौर में है फलों की दुकान
मिली जानकारी के अनुसार, घायल का नाम आदिल है जो कि मंदसौर का रहने वाला है। जिसकी इंदौर में फलों की दुकान है। जिसके परिवार में पत्नी अफसाना, दो बेटे मो. हुसैन तथा हरेकल हैं। बड़े बेटे का जन्म रतलाम में हुआ था लेकिन उसमें नाम गलत होने के कारण वह उसे ठीक कराने 29 मार्च को रतलाम पहुंचा था। उस दौरान देर होने से उसका काम नहीं हो सका तो 30 मार्च को अवकाश होने के कारण रतलाम में ही रुक गया और 31 मार्च को उसने काम पूरा करने के बाद पत्नी अफसाना को फोन लगाकर कहा कि, “मैं ट्रेन से मंदसौर के लिए रवाना हो गया हूं।”
इंदौर के अस्पताल में इलाज जारी
उसके बाद, रात करीब 9 बजे पत्नी के पास घायल का फोन आया कि, “ट्रेन हादसे में मेरे दोनों पैर अलग हो गए हैं और मैं घटनास्थल पर हूं। मौके पर पुलिसकर्मी भी थे तो अफसाना ने उनसे बात की तो उन्होंने रतलाम के सरकारी अस्पताल में आने को कहा। जिसके बाद देर रात वह रतलाम पहुंची। वहां से वह घायल पति को लेकर इंदौर आई और एमवाय अस्पताल पहुंची। यहां पहुंचते ही उसने सामाजिक कार्यकर्ता जय्यू जोशी को फोन से सूचना दी तो वे सोनू सूद, पंकज कटारिया, प्रियांशु पांडे, करीम पठान, लक्की अजमेरा को लेकर वहां पहुंचे। वहीं, अफसाना ने उन्हें सारा मामला बताया और उसके पति को अस्पताल में एडमिट कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
मंदसौर से कमलेश सारडा की रिपोर्ट