मंदसौर में स्कूली बच्चों से भरी ट्रैक्टर पलटी, अध्यापकों के साथ भ्रमण के लिए आए थे गांधी सागर

अध्यापको के साथ स्कूली बच्चे ट्रैक्टर से घूमने गए थे। जहां ट्रैक्टर पलटने से बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। बता दें ट्रैक्टर पर 55 से अधिक बच्चे सवार थे।

Shashank Baranwal
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Mandsaur News: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां एक स्कूली बच्चों से भरा हुआ ट्रैक्टर पलट गई। वहीं ट्रैक्टर पलटने से कई बच्चे घायल बताए जा रहे हैं। जिनको तुरंत इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

भ्रमण के लिए गांधी सागर गए थे बच्चे

दरअसल, नीमच जिले के कंजाड़ा चौकड़ी गांव तहसील मनासा के हाई स्कूल के बच्चों को भ्रमण पर ले जाना था। वहीं इसके लिए अध्यापकों द्वारा बच्चों को ट्रैक्टर पर बिठाकर गांधी सागर लाया गया। इस दौरान अचानक ट्रैक्टर पलट गया। जिससे कई बच्चे घायल हो गए। वहीं घायलों को गांधी सागर से भानपुरा इलाज के लिए रेफर किया गया। जहां घायलों का इलाज जारी है। बता दें ट्रैक्टर पर 55 से अधिक बच्चे सवार थे। वहीं 4 गंभीर रूप से घायल बच्चों को झालावाड़ रेफर किया गया है। बहरहाल यह हादसा कैसे हुआ और बच्चों को ले जाने के लिए चार पहिया वाहन की सुविधा स्कूल प्रशासन द्वारा क्यों नहीं करवाई गई यह जांच का विषय है।

मंदसौर से राकेश धनोतिया की रिपोर्ट

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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