ग्वालियर में मिल सकती है और छूट, सीएम के साथ बैठक में साझा किये सुझाव

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की रफ़्तार धीमी होने के साथ अब ग्वालियर (Gwalior) के लोगों को और अधिक राहत यानीं छूट दिए जाने की उम्मीद बढ़ गई है।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ वीसी के बाद कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने इस बात के संकेत दिए हैं।  हालाँकि उन्होंने कहा कि कोरोना गाइड लाइन का पालन करना सबके लिए आवश्यक होगा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने आज रविवार को प्रदेश के सभी जिलों की क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों के साथ वीसी की। बैठक में मौजूद ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर (Gwalior MP Vivek Narayan Shejwalkar) ने सभी की तरफ से सुझाव सीएम शिवराज के सामने रखे।  सांसद विवेक शेजवलकर ने सुझाव रखते हुए कहा कि अब हमें मॉल खोल देना चाहिए, वैक्सीनेशन की बंदिश और प्रवेश संख्या निर्धारित की जा सकती है ।

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सांसद विवेक शेजवलकर ने कहा कि कोचिंग क्लासेज ओर जिम को भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोला जाना चाहिए  यहाँ भी वैक्सीनेशन और संख्या की बंदिश लगाई जा सकती है। मैरिज गार्डन में 100 लोगों की संख्या कोविड के नियमों का पालन करने की शर्त पर अनुमति दी जाना आवश्यक है जिससे लोगो के परिवार में खुशियां आना प्रारम्भ हो और मध्यम और अति मध्यम तबका इस मैरिज सीजन से जुड़ा होता है उसको भी रोजगार मिले जिससे उनके चेहरों पर भी खुशियां आये।  मुख्यमंत्री को ग्वालियर के बाजारों को शाम 5 बजे की जगह 8 बजे तक खोले जाने का सुझाव भी दिया गया है।

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कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह  ने बताया कि कुछ और छूट दिए जाने का प्रस्ताव भेजा है।  अब शासन की गाइडलाइन के हिसाब से आगे की बैठक में छूट दिए जाने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छूट अवश्य मिलेगी लेकिन सभी लोगों को कोरोना गाइड लाइन का पालन अवश्य करना होगा।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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