मुरैना, संजय दीक्षित। 18 जनवरी से 17 फरवरी तक मनाये जाने वाले 32वे सड़क सुरक्षा सप्ताह (Road safety week) की सोमवार को शुरुआत हुई। सड़क सुरक्षा सप्ताह (Road safety week) के शुभारंभ मौके पर तैयार रथ और बाइक रैली को पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पांडे ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बाइक रैली का नेतृत्व यातायात थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह के द्वारा किया गया।
बाइक रैली शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक कर रही थी। यातायात रैली में हेलमेट के प्रति जागरूक किया गया। यातायात नियमों का पालन करने की शहरवासियों से अपील की गयी हैं। रैली के बाद पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पांडे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हंसराज सिंह, सीएसपी सुश्री प्रियंका मिश्रा, आरटीओ श्रीमती रचना परिहार ने यातायात थाना प्रभारी के पीछे बन रही नई बिल्डिंग का भी अवलोकन किया। यातायात थाना प्रभारी हरेंद्र सिंह और सूबेदार रोहित सिंह ने सभी ऑटो चालकों को यातायात संंबंधी नियमों का पालन करने की समझाइश दी। वहीं ऑटो में नियमों से संबंधित फ्लेक्स भी लगाए गए।
सुबह यातायात थाना प्रभारी सहित पुलिस का अमला बैरियर चौराहे से रेलवे स्टेशन परिसर तक पहुंचा। जहां सभी ऑटो चालकों को एकत्रित कर सड़क सुरक्षा सप्ताह के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि स्कूली बच्चों को ले जाते समय सुरक्षा प्रबंधों पर ध्यान दें। अपने अपने ऑटो में जालियां लगवाएं। क्षमता के अनुसार ही बच्चों को ऑटो में बैठाएं। शराब व अन्य नशों से दूर रहे और नशे में ऑटो न चलाएं।
इस दौरान जनजागरुकता के लिए सभी ऑटो में फ्लेक्स भी लगाए गए।पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पांडे ने बताया कि बताया कि सरकार के निर्देशानुसार हर साल सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है यह अभियान 18 जनवरी से 17 फरबरी तक चलेगा। हमारे देश में अधिकांश घटना इसलिए होती है क्योंकि लोगों को नियमों के बारे में जानकारी नहीं होती है। देश में अधिकांश लोग विभिन्न घटनाओं के शिकार होते हैं उससे कहीं अधिक लोग दुर्घटनाओं में मरते हैं। अधिकांश लोगों को जानकारी नहीं होती है कि वाहनों को किस जगह से मोड़ा जाए। चार पहिया वाहनों में सीट बेल्ट का उपयोग करें और बाइक पर हेलमेट लगाकर चलें।ट्रैफिक सिग्नलों का ध्यान रखें। हम लोग ट्रैफिक के नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे।यह अभियान पूरे जिले में सड़क सुरक्षा सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा। इसके अलावा शिक्षण संस्थाओं में पहुंचकर बच्चों को यातायात नियमों के पालन करने के लिए भी जागरुक किया जाएगा।