मुरैना, संजय दीक्षित। कांग्रेसियों ने मुरैना पुलिस (Morena Police) पर अपहरण का आरोप लगाते हुए एसपी ऑफिस पहुंचकर पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बता दें कि श्योपुर जिला पंचायत के 2 सदस्यों का अपहरण हो गया था, जिसको लेकर कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता एकत्रित होकर एसपी ऑफिस पहुंचे और प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
यह भी पढ़े…धोखाधड़ी मामला : महिला ने पॉवर ऑफ अटॉर्नी अपने नाम पर लेकर प्रॉपर्टी की सेल, पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जनपद पंचायत के सदस्य संदीप शाक्य को कैलारस में मामा के घर से पुलिस ने उठा लिया हैं, इसके साथ ही मुरैना से श्योपुर जा रहे दूसरे सदस्य गिरधारी लाल बेरवा को भी पुलिस ने उठा लिया। जिसमें जौरा, कैलारस और चिन्नोनी थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाया है, वही तीसरा सदस्य अपनी जान बचाकर भागा ,जिसने कांग्रेसियों कोअपनी आपबीती सुनाई।
यह भी पढ़े…राजस्थान के बाड़मेर में मिग विमान हुआ क्रैश, दोनों पायलटों की मौके पर ही मौत
जिसके बाद कांग्रेसियों ने एसपी ऑफिस पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। जिसके बाद पुलिस ने आचार संहिता और धारा 144 का उल्लंघन करने पर सभी कांग्रेस के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन में लाया गया है। कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष का कहना है कि प्रशासन ने कांग्रेसियों के जनपद सदस्यों का अपहरण करने के बाद बीजेपी के नेताओं को सुपुर्द कर दिया है अगर जल्द ही उनकी रिहाई नहीं की गई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।