मुरैना, संजय दीक्षित। केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए तीन कृषि कानूनों (Agricultural Laws) का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली की सीमाओं पर पिछले दो महीनों से किसान आंदोलन (Farmers Protest)जारी है उसे देश में कई जगह समर्थन मिल रहा है। 26 जनवरी पर दिल्ली में घोषित किसान ट्रैक्टर रैली (tractor Rally) के समर्थन में मुरैना में भी रैली निकाली गई।
26 जनवरी को करीब चार सैकड़ा किसानों ने बैरियर चौराहे के पास मेला ग्राउंड से ट्रैक्टर रैली निकाली (tractor Rally) और पुरानी कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे । इस ट्रैक्टर रैली (tractor Rally) में सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टरों पर बैठकर किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
ट्रैक्टर रैली (tractor Rally) का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रामनिवास रावत (Ramnivas Rawat)ने कहा कि केंद्र सरकार की हठ धर्मी के कारण किसान 65 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर संविधान को कुचला जा रहा है और किसानों की आवाज दवाई जा रही है। पहले नारा जय जवान जय किसान था अब किसान और जवान दोनों आमने-सामने हैं। जब तक किसान काला कानून वापस नहीं लिया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस ट्रैक्टर रैली में मुरैना विधायक राकेश मावई, सबलगढ़ विधायक बैजनाथ कुशवाहा, पूर्व विधायक सूबेदार सिंह सिकरवार,चिंटू सहित सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद थे।