मुरैना में वन विभाग की टीम पर हमला, ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज

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मुरैना, संजय दीक्षित। मुरैना (morena) जिले के नगरा थाना क्षेत्र के अमोल पुरा गांव में गोली लगने से युवक महावीर तोमर की मौत (death) हो गई थी। जिसके बाद ग्रामीणों ने रोड पर चक्का जाम कर दिया था और मुआवजे की मांग को रखते हुए वन कर्मियों (forest workers) के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी। जिसके बाद पुलिस ने 9 वनकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया था।

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चूकिं सूत्रों का कहना है कि जिस गोली से युवक महावीर तोमर की हत्या हुई है। वह बंदूक वन विभाग के कर्मचारियों के पास नहीं थी क्योंकि वनकर्मियों को 315 बोर की बंदूक नहीं दी जाती है। जबकि युवक की मौत 315 बोर के कारतूस से हुई है। वही सूचना मिलते ही अंबाह विधायक कमलेश जाटव (Ambah MLA Kamlesh Jatav) भी मौके पर पहुंच गए। और उन्होंने एसडीओपी को खरी-खोटी सुनाई। साथ ही एसडीओपी पर आरोप लगाया है कि अंबाह और पोरसा थाना क्षेत्र में रेत माफियाओं से पुलिस के द्वारा वसूली की जाती है। तो वहीं खड़े 100 डायल के कर्मचारी ने कहा कि विधायक साहब आप भी पुलिस वालों से वसूली करते हैं। इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है।

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वन कर्मियों पर किया हमला
इधर वन कर्मियों पर मामला दर्ज होने के बाद चम्बल अभ्यारण अम्बाह दीपांकर सिंह रेंजर व भिंड रेंज के कर्मचारियों ने कल पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें बताया गया कि रविवार को तड़के वन कर्मियों की टीम अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ने के लिए पीछा कर रही थी। तभी ट्रैक्टर चालक पकड़े जाने के डर से ट्रैक्टर- ट्रॉली को अमोलपुरा गांव में ले गया। परंतु वन विभाग की टीम ने ट्रैक्टर चालक को पकड़ लिया था। उसी दौरान अमोलपुरा के लगभग 1 सैकड़ा से अधिक ग्रामीणों ने वलवा, फायरिंग व लाठियों से प्राणघातक हमला कर दिया। उसके बाद हथियारों को लूटने का प्रयास किया गया।ग्रामीणों ने अनुबंधित वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था। वन कर्मियों की टीम ने हमले के डर से अपने वाहन को गांव में ही छोड़कर अपनी जान बचाकर भाग निकले । मुरैना पुलिस ने वन विभाग के कर्मचारियों के आवेदन पर करीब 1 सैकड़ा से अधिक ग्रामीणों के खिलाफ फायरिंग, शासकीय कार्य मे बाधा, हथियार लूटने और बलवा की धाराओं के तहत शून्य पर मामला दर्ज कर नगरा थाने में भेजा गया है। अब यह तो जांच के बाद पता चलेगा की अमोलपुरा गांव में युवक की मौत किस कारण हुई है। ग्रामीणों की गोली लगने से या फिर वन कर्मियों की बंदूक की गोली से । फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जाँच में जुट गई हैं। और जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।

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Harpreet Kaur

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