मुरैना, संजय दीक्षित। महात्मा गांधी के जन्म दिवस के ठीक अगले दिन लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri Violence) में विरोध प्रदर्शन करके वापस लौट रहे किसानों को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा (Minister Ajay Mishra) के बेटे ने गाड़ी से रोंद दिया था, किसानों की इस तरह की बर्बर हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रखा है । उत्तर प्रदेश (UP) के लखीमपुर हिंसा की आंच पहले ही पूरे देश में फैल चुकी है अब केंद्रीय कृषि मंत्री के गृह जिले ग्वालियर (Gwalior) से किसान आंदोलन को हवा देते हुए अस्थि कलश यात्रा मुरैना (Morena) पहुंची। बता दें कि लखीमपुर हिंसा में मारे गये किसान की अस्थियों की कलश यात्रा चार दिनों तक चलेगी। यात्रा के दौरान आंदोलनरत किसानों ने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री का इस्तीफा मांगा है।
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केंद्रीय कृषि मंत्री के गढ़ से मंगलवार को ग्वालियर से अस्थि कलश यात्रा शुरू की गई, जो 4 दिनों में ग्वालियर चंबल अंचल में भ्रमण करने के बाद मुरैना पहुंची। यह कलश यात्रा मुरैना, जौरा, कैलारस, सबलगढ़ होती हुई श्योपुर पहुंचेगी। कलश यात्रा (Kalash Yatra) को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष जसविंदर सिंह तालेकर और अखलेश यादव राज्य सचिव के साथ करीब 10-15 लोग गाड़ी लेकर साथ चल रहे थे, किसानों की अस्थि कलश यात्रा नूराबाद, बानमौर होती हुई मुरैना रेस्ट हाउस पर पहुँची। जहाँ किसान संघ के पदाधिकारियों ने अस्थि कलश यात्रा पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
किसान नेता अखिलेश यादव राज्य सचिव का कहना है कि इस यात्रा का उद्देश्य ग्वालियर चंबल संभाग के किसानों की किसान आंदोलन में भागीदारी बढ़ाना और कृषि कानूनों की हकीकत को बताना है, इसके साथ ही लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपियों को जल्द-से-जल्द सजा दिलवाने की भी मांग की गयी है और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग भी की जा रही है, यूपी के लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलन से लौट रहे लोगों पर गाड़ी चढ़ा दी गयी थी, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गयी थी इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के लड़के आशीष मिश्रा पर गंभीर आरोप है, इस घटना में मारे गये किसानों की अस्थियों के साथ कलश यात्रा निकाली जा रही है। जहां जगह-जगह श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है।