Morena News : मुरैना जिले में झोलाछाप डॉक्टरों का आतंक थमने का नाम ही नहीं ले रहा। आए दिन कोई-ना-कोई ऐसा मामला सामने आ जाता है, जिससे किसी भी व्यक्ति की जान तक पर बना आती है। इन झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा किए गए इलाज का खामियाजा व्यक्ति को अपनी जान से चुकानी पड़ती है। इस संबंध में कई बार शिकायत भी की गई है लेकिन उसका कोई असर सामने नहीं आया है।
अंबाह के गांव धोबाटी का मामला
जिले का स्वास्थ्य विभाग इन झोलाछाप डॉक्टरों पर कोई भी कार्रवाई करने से बचता हुआ दिखाई दे रहा है। जिसका एक ताजा मामला जिले से हाल ही सामने आया है, जहां लापरवाही के कारण एक 7 माह के बच्चे की जान चली गई। बता दें कि पूरा मामला थाना अंबाह के गांव धोबाटी का है। यहां रहने वाले अभिषेक सैनी के सात माह के बेटे रूपेश की मौत हो गई।
जानें पूरा मामला
मामले को लेकर परिजनों ने बताया कि रूपेश को दिन में तीन बजे उल्टी और पेट दर्द हुआ था। जिसके बाद हम लोग उसे अंबाह में माथुर वैश्य धर्मशाला के बगल में क्लीनिक चला रहे डॉक्टर दिनेश गुप्ता के पास ले गए। तब डॉक्टर ने बच्चे को एक दवा पिलाई। इसके बाद उसकी तबीयत और बिगड़ गई। तभी परिजनों द्वारा उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
थाने में रिपोर्ट दर्ज
परिजनों ने डॉक्टर पर गलत दवाई करने का आरोप लगाते हुए थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में भेज दिया है। वहीं, एसडीओपी परमाल सिंह मेहरा का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शहर के जिला स्वास्थ्य अधिकारी राकेश शर्मा द्वारा भी झोलाछाप डॉक्टर ओपन कोई भी कार्रवाई करने का मामला अभी तक सामने नहीं आया है आखिर ऐसा क्यों।
मुरैना से नितेंद्र शर्मा की रिपोर्ट