लॉकडाउन में बाहर निकलने पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा युवकों से उठक बैठक लगवाना आम बात हो गई है। लेकिन लड़कियों से उठक बैठक लगवाने का संभवतः मध्य प्रदेश में पहला मामला है। बताया जा रहा है कि उठक बैठक लगाने वालों में कुछ नाबालिग लड़कियां भी है। वहीं आसपास के लोगों ने अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हर शुभ कार्य करने से पहले कन्याओं का पूजन करते हैं और प्रदेशभर की लड़कियों के मामा माने जाते हैं और दावा करते हैं कि उनकी भांजियों पर आंच नहीं आने दी जाएगी, लेकिन उनके ही शासनकाल में अक्सर उनकी भांजियों को सरेआम उठक बैठक लगवा कर बेज्जती की जा रही हैं।
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लोगों का कहना है कि वीडियो में पोरसा के मौजूद तहसीलदार राजकुमार नागोरिया है। इस बारे में तहसीलदार नागोरिया ने कहा कि मैं वीडियो में नहीं हूं। जो वीडियो आज का है तो मैं इसकी जांच करवाऊंगा। यदि नहीं है तो भी पता लगाया जाएगा कि यह वीडियो कब का है और क्यों वायरल किया गया। वहीं आसपास के लोगों का कहना है कि इस वीडियो में तहसीलदार राजकुमार नागोरिया काली शर्ट में दिखाई दे रहे हैं और उनके पास पटवारी भी खड़े हुए हैं। जो लड़कियों को उठक बैठक लगवा रहे हैं।
मामले में कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन का कहना है कि मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। इस पर तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही चंबल संभाग के संभागायुक्त आशीष सक्सेना से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह वीडियो पिछले साल का है इसकी जांच कराई जाएगी। जो भी अधिकारी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन आधिकारिक तौर पर इस वीडियो में संबंधित अधिकारियों की पुष्टि नही की जा सकती हैं। जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।