मुरैना, डेस्क रिपोर्ट। मुरैना के कलेक्टर के एक आदेश को लेकर पटवारी संघ को आपत्ति है। संघ के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े एक पटवारी ने तो कलेक्टर के इस आदेश पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है और कलेक्टर को महामूर्ख बता दिया है।
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मुरैना के कलेक्टर बी. कार्तिकेयन ने प्रदेश भर में चल रही खाद की मारामारी के बीच उर्वरकों के परिवहन पर नियंत्रण के लिए विभिन्न कर्मचारियों की तैनाती की है। जिले की सीमाओं पर चैंकिंग पॉइंट बनाए गए हैं जहां पर राजस्व व कृषि अधिकारी व कर्मचारी तैनात रहेंगे और इस बात की निगरानी रखेंगे कि कहीं उर्वरक का अवैध परिवहन तो नहीं हो रहा। कलेक्टर के फेसबुक पेज पर इस बारे में पूरी जानकारी दी गई है और विस्तृत रूप से बताया गया है कि किस-किस चैंकिंग पॉइंट पर कितने-कितने पटवारी और कृषि विस्तार अधिकारी तैनात रहेंगे। अलग अलग शिफ्ट में इन लोगों की ड्यूटी खाद परिवहन के नियंत्रण की निगरानी रखने के लिए लगाई गई है।
कलेक्टर के इस आदेश पर मंदसौर के पटवारी राकेश पवार ने आम पटवारी नाम के पटवारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा है “इस महामूर्ख कलेक्टर को बोलो कि राजस्व पखवाड़ा और स्वामित्व योजना, लघु सिंचाई और जियो टैग वाली गिरदावरी में अन्य विभागों के कर्मचारियों को पटवारियों के सहयोग के लिए लगाया जाए वरना हम उक्त कार्य या दूसरे विभाग के कार्य का बहिष्कार करते हैं।” इस बारे में जब पटवारी राकेश पवार से पूछा गया तो उनका कहना था कि पहले से ही पटवारियों पर पहले कार्य का काफी बोझ है और ऐसे में कलेक्टर का यह आदेश उन्हें विसंगति पूर्ण दिखा इसीलिए उन्होंने टिप्पणी की। हालांकि यदि वे शब्दों का उचित प्रयोग करते तो विवाद न होता।