MP News : मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक ट्वीट में भाजपा और राज्य के गृह मंत्री पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने खंडवा और खरगोन जिलों के बीच स्थित मोरटक्का पुल पर अवैध वसूली के आरोप लगाए हैं। दरअसल पटवारी का दावा है कि पुल से गुजरने वाले ट्रक चालकों से पुलिसकर्मी अवैध रूप से 1500-2500 रुपये वसूल रहे हैं।
• @BJP4MP के लूट-तंत्र में #बड़वाह का #मोरटक्का पुल भी खंडवा और खरगोन जिलों की पुलिस के लिए अवैध वसूली का जरिया बन चुका है! यहां भी पूरी ‘संभावना’ है कि माननीय #गृहमंत्री जी के संरक्षण में अवैध वसूली का यह खुला अड्डा बंद आंखों से देखा जा रहा है!
• मीडिया रिपोर्ट्स बता रही है…
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) July 5, 2024
मोरटक्का पुल की स्थिति
दरअसल जीतू पटवारी ने अपने ट्वीट में बताया कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह पुल 17 सितंबर 2023 को जर्जर स्थिति में होने के कारण बंद कर दिया गया था। मरम्मत और जांच के बाद 7 अक्टूबर 2023 से इस पुल से केवल 20 टन वजनी वाहन गुजरने की अनुमति दी गई थी। पटवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने इस नियम का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार का नया तरीका निकाल लिया है।
अवैध वसूली का आरोप
वहीं जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि खंडवा और खरगोन जिलों के पुलिसकर्मी ट्रक चालकों से 1500-2500 रुपये तक की अवैध वसूली कर रहे हैं। उनके मुताबिक, पुलिसकर्मी ट्रक चालकों को धमकाते हैं और उन्हें पुल पार करने के लिए अवैध शुल्क देने को मजबूर करते हैं। यदि ट्रक चालक के पास अंडरवेट का पेपर भी हो तो भी उन्हें परेशान किया जाता है और अवैध वसूली की जाती है।
सरकारी लूट का अर्थशास्त्र
पटवारी का कहना है कि इस पुल से 24 घंटे में लगभग 1000 ट्रक गुजरते हैं। यदि प्रत्येक ट्रक से औसतन 2000 रुपये भी वसूले जाएं, तो एक दिन में 20 लाख और महीने में 6 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि पुल के दोनों तरफ पुलिस और सरकार के दलाल सक्रिय हैं, जो ड्राइवरों से कहीं भी रुकवा कर पैसे वसूलते हैं।
गृह मंत्री पर आरोप
इसके साथ ही पटवारी ने अपने इस ट्वीट में गृह मंत्री पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह अवैध वसूली गृह मंत्री के संरक्षण में हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस अवैध वसूली के लिए ट्रक चालकों को महेश्वर, धामनोद, खरगोन वाले रूट पर भेजकर लगभग 110 किमी का अधिक चक्कर लगाकर जाने को मजबूर करती है।
परिवहन मंत्रालय पर टिप्पणी
वहीं पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को संबोधित करते हुए सुझाव दिया कि परिवहन मंत्रालय भी उनके अधीन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे समन्वय में परेशानी होने पर तुरंत समाधान किया जा सकेगा और पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारी मंत्री के आदेशों का पालन आसानी से कर पाएंगे।
हालांकि जीतू पटवारी के इस ट्वीट ने भाजपा और राज्य के गृह मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यह आरोप पुलिस द्वारा अवैध वसूली और सरकारी संरक्षण में हो रही भ्रष्टाचार की गतिविधियों को उजागर करते हैं। अब देखना होगा कि इन आरोपों पर भाजपा की क्या प्रतिक्रिया होती है।