भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के किसानों (Farmers) के लिए हाल ही में अच्छी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि अब प्रदेश में किसानों को खाद मिलने में परेशानी न हो इसके लिए सरकार नेकमजोर वित्तीय स्थिति वाले जिला सहकारी केंद्रीय बैंक को और कालातीत समितियों के नियमित किसानों को नकद में खाद देने का फैसला लिया है। ऐसे में किसान खेती के लिए आसानी से खाद नकद में खरीद सकेंगे। इसके लिए सभी कलेक्टर को सहकारिता विभाग द्वारा निर्देश जारी कर दिए गए है।
इस निर्देश के अनुसार, नियमित सदस्यों के साथ ही समय पर लोन नहीं देने वाले कालातीत सदस्यों को भी नकद में खाद विक्रय की जा सकेगी। हालांकि अभी ये सुविधा केवल ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, होशंगाबाद और हरदा जिले में दी जाएगी। क्योंकि रबी सीजन 2022-23 की शेष अवधि बाकि है। इसके लिए अभी ये उन जिलों के लिए ही लागू की जा रही है।
UP में टीचर्स के लिए जारी हुआ नया फरमान, नियम तोड़ने पर होगी कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, कलेक्टर को दिए गए निर्देश में सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव केसी गुप्ता द्वारा कहा गया है कि कमजोर स्थिति वाले जिला सहकारी केंद्रीय बैंक और कालातीत प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के नियमित किसानों को नकद में खाद विक्रय करने का निर्णय लिया है।
बताया गया है कि खाद लेने के बाद राज्य सहकारी विपणन संघ को राशि नहीं दी गई जिसकी वजह से समितियां कालातीत हो गई। वहीं अब खाद है मिलने की वजह से किसान भी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। ऐसे में इन सब चीज़ों को देखते हुए ये निर्णय लिया गया है कि अब नकद में खाद दी जाएगी।