भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) समेत पूरे प्रदेश में सड़क हादसों (Road accidents) में काफी इजाफा हुआ है। जिसकी चपेट में आने से हर दिन किसी-न-किसी का परिवार अपनों के दूर हो रहा है। सड़क हादसों में कमी लाने के लिए प्रदेश सरकार हर साल प्रयासरत है। सड़क हादसों के रोकथाम के लिए यातायात पुलिस (Traffic police) और पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान (Police Training and Research Institute) ने एक नया तरीका निकाला है। जिसके अनुसार इस बार यातायात पुलिस ने ABCD योजना बनाई है। बता दें कि इस एबीसीडी का मतलब एनी बडी कैन डाई (Any Body Can Die) है। जिसका अर्थ होता है, कि कभी भी कोई भी हादसे का शिकार हो सकता है।
यातायात पुलिस का ABCD प्लान
राजधानी भोपाल में लगातार सड़क हादसों में कमी (Reduction in road accidents) लाने के उद्देश्य से यातायात पुलिस नए-नए तरीके आजमा रही है। इसी कड़ी में इस बार यातायात पुलिस और पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान (Police Training and Research Institute) ABCD प्लान के जरिए सड़क हादसों में लगाम लगाने की कोशिश कर रही है। पुलिस के इस प्लान के तहत सभी को यातायात के नियमों का पालन करना आवश्यक है। जिसके तहत पुलिस द्वारा वाहन चालकों और आम नागरिकों के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। एबीसीडी प्लान (ABCD Plan) को सफल बनाने के लिए पुलिसकर्मी शहर के मुख्य चौराहों पर तैनात रहेंगे और चालकों को एबीसीडी का अर्थ बताते हुए समझाइश देंगे।
पुलिस पूरे प्रदेश में चलाएगी अभियान
एबीसीडी प्लान के माध्यम से पुलिस द्वारा लापरवाही बरतने वाले वाहन चालकों और आम लोगों को जागरुक किया जाएगा। साथ ही नियमों की जानकारी देते हुए उन्हें बताया जाएगा कि ‘कोई भी कभी भी हादसों का शिकार हो सकता है।’ जिसे ध्यान में रखते हुए ‘अपनी सावधानी अपनी सुरक्षा’ को बरकरार रखना है, साथ ही यातायात के नियमों का पालन जरूरी तौर पर करना चाहिए। पुलिस अपने इस प्लान के तहत पूरे प्रदेश भर में जागरूकता अभियान चलाएगी और सभी नागरिकों को जागरुक करने का कार्य करेगी।
बॉलीवुड फिल्म के टाइटल पर रखा गया नाम
सभी जानते है कि बॉलीवुड की फिल्म एबीसीडी (Bollywood film ABCD) काफी चर्चित हुई है। इसलिए इसी फिल्म के टाइटल (Movie titles) पर इस प्लान का नाम रखा गया है। क्योंकि ये फिल्म डांसर्स की जीवन से जुड़ी हुई है। देखा जाए तो एबीसीडी का मतलब एनी बडी कैन डांस (Any Body Can Dance) होता है, लेकिन मध्यप्रदेश पुलिस इसी टाइटल से इंस्पायर होकर प्लान का नाम एनी बडी कैन डाई (Any Body Can Die) रखा है। मध्यप्रदेश पुलिस ने इसी टाइटल के आधार पर लोगों को जागरूक करने का अभियान बनाया है। पुलिस द्वारा अब इसी जागरूकता अभियान के तहत उन स्थानों पर कार्यक्रम संचालित की जाएगी, जहां पर सड़क हादसे सबसे अधिक होती है।
कोई भी कभी भी हो सकता है हादसे का शिकार (ABCD)
मध्य प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान के एडीजी डीसी सागर ने कहा कि कोई भी हादसा किसी को बता कर नहीं आता है और ना ही ये हादसा उम्र देखता है ना अमीरी-गरीबी, हादसे का शिकार कोई भी कभी भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि लेकिन इस हादसे को सतर्कता दिखाते हुए टाला जा सकता है। जिसके लिए लोगों को यातायात के नियमों का पालन करना होगा, साथ ही किसी भी प्रकार की लापरवाही करने से बचने पर ही हादसों की रोकथाम में सफल हो पाएंगे।
सड़क हादसों में हुई है 11 हजार लोगों की मौत
बता दें कि बीते साल मध्यप्रदेश में सड़क हादसों के चलते करीब 50 हजार से भी अधिक इसका शिकार हुए थे। वहीं इनमें से करीब 11 हजार लोगों की जान भी चली गई है। वहीं इन सड़क हादसों का आंकड़ा दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। जिसका रोकथाम करना अति आवश्यक हो गया है। एमपी पुलिस ने सबसे ज्यादा हादसे होने वाले स्थान को चिन्हित किया है। जिसमें कुल 455 ब्लैक स्पॉट शामिल है। जिनसे लोगों को बचाने के लिए पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान के साथ-साथ यातायात पुलिस जागरूकता अभियान चालती रहती है। जिसके बाद भी प्रदेश में लगातार सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है।