नरोत्तम का बड़ा हमला, “धोखा देने वाली कांग्रेस रोटियां नहीं राजनीतिक पराठे सेंक रही”

Atul Saxena
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गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री एवं सरकार के प्रवक्ता डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) ने ओबीसी आरक्षण और किसान कर्ज माफ़ी के मुद्दे पर कांग्रेस (Congress) के बयानों पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि धोखा देने का काम कांग्रेस करती है, उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार (Kamal nath Government) के समय ही बिल सही पास नहीं किया, पैरवी नहीं की, उन्हीं के समय स्टे हुआ, धोखा हमने नहीं कांग्रेस ने दिया। गृह मंत्री ने कहा कि  मैं इसे राजनीतिक रोटियां कैसे कहूं, कांग्रेस पराठे सेंक रही है पूड़ी तल रही है।

कांग्रेस द्वारा किसान कर्ज माफ़ी और ओबीसी आरक्षण (OBC Reservation) आयोग की बात करने पर भाजपा (BJP) ने उसे करारा जवाब दिया है।  मध्यप्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा ओबीसी आरक्षण पर कांग्रेस बोलने का अधिकार नहीं रखती , उन्होंने दिया था क्या , हम धोखा तो नहीं दे रहे हमारे मंत्री ने तो कल भी कहा कि देंगे, मामला न्यायालय  में इनके कारण गया, इन्होने बिल ठीक पास नहीं किया , पहले से ही जानबूझकर कमी रखी, एक साल तक कोई वकील खड़ा नहीं किया पैरवी नहीं की।

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नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि स्टे कमलनाथ  सरकार के समय ही आया और समर्थन कर रहे हैं। अब मैं इसको राजनीतिक रोटियां कैसे कहूं, कांग्रेस तो अब पराठे सेंक रही है, पूड़ी तल रही है। झूठ बोलना, लगातार बोलना शायद इनकी फितरत में ही है।

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राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के किसान कर्ज माफी वाले बयानों पर भी नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।  नरोत्तम मिश्रा ने कहा प्रदेश के किसानों का कर्ज 10 दिन में माफ वरना मुख्यमंत्री बदल देंगे जैसे वादे करने वाले राहुल गांधी को कर्जमाफी के नाम पर बोलने का कोई हक नहीं है। गरीबी हटाओ से लेकर कर्जमाफी तक का वादा करने वाली कांग्रेस की परंपरा है वादाखिलाफी, जो अब धीरे-धीरे कांग्रेस की संस्कृति बन गई है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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