Neemuch- Fake Business in the Name of Branded Mobiles : नीमच में महंगी ब्रांडेड प्रॉडक्ट की जगह नकली और सस्ते मोबाइल उपकरण बेचे जा रहे हैं। एप्पल कंपनी के नाम से इयर फोन,कवर स्टीकर सहित अन्य सामान बेचने का मामला सामने आया। इसमें शहर के कई नामी मोबाइल दुकानदारों’ के यहां से पुलिस ने कंपनी के रीजनल मैनेजर की मदद से छापेमारी कर पकड़ा है। इनमें 5 दुकानदारों के खिलाफ कैंट पुलिस ने कापी राइट एक्ट की धाराओं में केस भी दर्ज कर सामान जब्त कर लिया है।
लिखित शिकायत के बाद कार्रवाई
ग्रीफिन एंट्रेलक्चअल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रींजनल मैनेजर विशालसिंह जडेजा की लिखित शिकायत कैट पुलिस को मिली थी । शिकायत में बताया गया था कि शहर में कई मोबाइल दुकानों पर एप्पल कम्पनी के नाम पर विभिन्न नकली एसेसरीज की बिक्री की जा रही है।
पुलिस ने मारा छापा
इस पर पुलिस टीम कंपनी के ऑपरेशन मैनेजर विशाल सिंह के साथ पहुची।इस दौरान उन्होंने टैगोर मार्ग पर ट्रैफिक थाने के पास स्थित नाकोड़ा सेल्स कार्पोरिशन, सामने स्थित एवरीटाइम 53, कमल चौक स्थित इम्प्रेशन मोबाइल ऐसेसरीज,कवर किंग विजय टॉकीज चौराहा व श्रीनाथ मोबाइल कमल चौक पर छापेमार कार्रवाई की। इन दुकानों पर चैकिंग की गई तो वहां एपल कम्पनी के लोगो लगे कई सामान में बड़ी संख्या मिले। दूकान से मोबाइल, कवर,एयरपाड,बेक कवर,स्टीकर,आईपेड कवर,टफन ग्लास आदि सामग्री के करीब 900 नग मिले है। कंपनी तस्दीक उपरान्त नकली सामान बताए जाने पर जप्त कर पंचनामा तैयार किया जाकर सारा सामान कब्जे में लिया गया।
इन दुकानदारों पर दर्ज हुआ केस
पुलिस ने छापेमारी के बाद मोबाइल दुकान संचालक असगर अली पिता फकरुद्दीन बोहरा उम्र 65 वर्ष, पंकज पिता आनंदीलाल काठेड़ उम्र 48 वर्ष, मोहित पिता सुनील जैन उम्र 28 वर्ष, चैतन पिता जस्सूमल रामचंदानी उम्र 52 वर्ष व सन्नी पिता प्रताप लालवानी को पकडा है। सभी नामी मोबाइल दुकानदारों के खिलाफ कॉपी राइट एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है।
कार्रवाई से मचा हड़कंप
कंपनी व पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से बाजार में हड़कंप मच गया। इसकी भनक लगते ही शहर में कई दुकानों की शटर लग गई तो कुछ ने नकली सामान दुकानों से गायब कर दिए। नीमच में इन दुकानों तक यह सामान कैसे पहुंचा अब इसकी भी जांच की जा रही है। वहीं पुलिस के हाथ जो दुकानदार लगे उसके बाद उनके परिजन व अन्य दुकानदारों की भीड़ कैंट थाने में जमा रही। कार्रवाई पूरी होने तक पुलिस ने करीब 5-6 घंटे तक कैंट थाने में बैठाए रखा एफआईआर दर्ज होने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी दुकानदारों को थाने से सूचना पत्र देकर रिहा किया गया।
नीमच से कमलेश सारड़ा की रिपोर्ट