Neemuch News: पोते ने पत्थर मारकर की दादा की हत्या, पुलिस ने किया गिरफ्तार

फरियादी होकम पिता देवीलाल गुर्जर उम्र 65 साल निवासी ग्राम पाटन थाना सिंगोली पर शिकायत दर्ज करवाई। इस दौरान उसने बताया कि पोते ने अपने दादा को मौत के घाट उतारा।

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Neemuch News: मध्य प्रदेश के नीमच जिले में पुलिस ने हत्या के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। घटना थाना क्षेत्र के ग्राम पाटन की है, जहां एक पोटे ने अपने दादा को पीट पीटकर हत्या कर दी। वहीं पुलिस को सूचना मिलते ही घटना स्थल पर तुरंत पहुंच कर आरोपी को हिरासत में लेकर थाने में ले गई।

पत्थर मारकर आरोपी हो गया फरार

मिली जानकारी के मुताबिक फरियादी होकम पिता देवीलाल गुर्जर उम्र 65 साल निवासी ग्राम पाटन थाना सिंगोली पर शिकायत दर्ज करवाई। इस दौरान फरियादी ने बताया कि सुबह साढ़े 10 बजे के करीब अपने बड़े भाई मोहनलाल के पास मिलने जा रहा था। वहां पहुंचने पर देखा कि मोहनलाल के साथ उसका पोता कमलेश लकड़ी से उनके माथे व मुंह पर हमला कर रहा था। हालांकि मौके पर गांव के चौकीदार सुखलाल और जोधराज गोपीलाल गुर्जर को आता देख कमलेश ने अपने दादा मोहनलाल पिता देवी लाल गुर्जर उम्र 85 साल के सिर पर पत्थर मारकर फरार हो गया। जब उन दोनों ने मोहनलाल गुर्जर के पास जाकर देखा तो उसकी मृत्यु हो चुकी थी। आगे बताया कि मोहनलाल की मृत्यु उसके पोते कमलेश पिता जय लाल गुर्जर द्वारा मारपीट करने के कारण हुई है।

Neemuch

पुलिस ने भेजा सलाखों के पीछे

मोके पर पहुंचे थाना प्रभारी बीएल भाबर ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आरोपी कमलेश पिता जय लाल गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दिया है।

नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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