नीमच, कमलेश सारडा। नीमच शहर से हैरान कर देने वाली खबर आ रही है। दरअसल यहाँ पर भी दिल्ली-मुंबई की तर्ज पर जमीन के भावों में बढ़ोतरी कर दी गयी है। जिसके कारण यहाँ के प्लाट के भाव आसमान छूने लगे हैं। शहर की बात छोड़िए यहाँ तो गांव के भीतर कृषि भूमि भी वर्गफुट से बिक रही है। यही कारण है कि यहाँ जमीन को लेकर रोज नए विवाद सामने आ रहे हैं। इसके अलावा खरीदी बिक्री में कई फर्जीवाड़े देखने को मिल रहे हैं।
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अभी ताजा मामला सागराना फोरलेन से लगी जमीन का सामने आया है। जिसमे फर्जी मालिक बनाकर जमीन बेच दी गयी है और इसके बारे में असली मालिकों को कुछ भी पता नहीं है कि उनके जमीन का लाखों में सौदा हो चूका है। फर्जीवाड़ा करने वालों ने खुद को सही साबित करने के लिए विज्ञापन का भी सहारा लिया है। घटना कुछ ऐसी है कि पिछले दिनों संग्राना निवासी पिंकी और प्रियंका राजपूत ने जानकारी देकर पूरे मामले को विस्तार से बताया कि पिंकी की सौतेली मां श्यामूबाई बेशकीमती पुश्तैनी जमीन को षड्यंत्र के तहत बेच दी है। जिसमें खरीददार भी इस षड्यंत्र में शामिल है। तीन फर्जी किरदार बनाए गए थे। जिसमें पिंकी की दादी मांगूबाई, बड़े पापा उदय सिंह और पिंकी भी किसी और को बना दिया गया था। इस मामले के पीछे कौन कौन है वह पुलिस के खुलासा होने पर ही पता चल पाएगा।
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फिलहाल इस पूरी फर्जी कहानी की मूल विक्रेता श्यामूबाई मुख्य किरदार के रूप में सामने हैं। जानकारी के अनुसार जिसने यह जमीन फर्जी रूप से खरीदी है। उसने भी इसमें अपना शातिर दिमाग लगाया है और दलालों के माध्यम से सारा काम पाक साफ करने के लिए अखबार में विज्ञप्ति भी दी है। शातिर खरीददार ने सबसे पीछे रह कर अपना उल्लू सीधा करने के लिए गेम प्लान किया और इस गेम में खुद को साफ रखते हुए सागरना की बेशकीमती जमीन जिसकी कीमत बाजार में करोड़ों रुपए है। उसका सौदा जावद निवासी अली हुसैन पिता इनायत अली बोहरा ने यह जमीन मात्र ₹275 वर्ग मीटर के मान से सौदा कर लिया।
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इसी से अली हुसैन के धोखे को देखा जा सकता है कि जहां जमीन है वहां वर्तमान में ₹1000 वर्ग फीट की कीमत से जमीन कोई देने को तैयार नहीं है फिर भी यह जमीन का सौदा बोहरा साहब ने इतनी कम कीमत पर कैसे कर लिया। यानी साफ पता चलता है की कहानी में कुछ झोल है। जिसके चलते कहीं ना कहीं इस बात का बीड़ा इन महाशय ने उठाया होगा कि यह सब घर के आपस में ही निपट लेंगे और फिर दलाल रूपी गुर्गों ने श्यामूबाई के साथ मिलकर यह पूरी कहानी सेट की फर्जी खातेदारों को खड़ा कर माल चंद्रपुर में दस्तावेजों के रूप में हड़पने का मनसा पूरा किया।
बोहरा जी को पता नहीं था कि इस कहानी के असली पात्र सामने आ जाएंगे तो उनके पैरों के तले जमीन खिसक जाएगी। अब वह छटपटा रहे हैं कि एक तरफ लाखों के बयानों से हाथ धोने का खतरा है। वही पुलिस की जांच अब आने वाले दिनों में सोने नहीं देगी। इसके साथ ही दो गुर्गे रफीक और वीरेंद्र सिंह के साथ एक छुपा हुआ पात्र बरखेड़ा निवासी भी बताया जा रहा है जो कि दलाल के रूप में है गवाही दिया हैं। इसके पहले बोहरा की नींद पिंकी की विज्ञप्ति से उड़ गई थी। अब पुलिस भी इस आवेदन पर छानबीन कर रही है।
इस पूरे मामले में पिंकी ने एक लिखित आवेदन पुलिस को दिया है और कहा है कि इस दस्तावेज और साक्ष्य पिंकी के पास है। इससे यह साफ है कि जितने भी षड्यंत्र कारी हैं और उनके सहयोगी हैं उन्हें जेल होनी चाहिए। इसके साथ ही पिंकी ने इस मामले से जुड़े सभी किरदारों को अपनी जान का खतरा बताया है। ऐसे में यह बात इसलिए भी गंभीर हो जाता है क्योंकि जमीन करोड़ों की है इसलिए पुलिस के ऊपर एक बड़ा जिम्मा सुरक्षा का भी है।