नीमच के उप पंजीयक की मनमानी, कमीशन के चक्कर में रजिस्ट्री अधूरी

Amit Sengar
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नीमच, कमलेश सारडा। नीमच (Neemuch) पंजीयन कार्यालय में पदस्थ उप पंजीयक शैलेंद्र दंडोतिया की मनमानी के चलते रजिस्ट्री करवाने वाले लोगों और गवाहों में आक्रोश है। उप पंजीयक द्वारा जानबूझकर कमीशन के चक्कर में रजिस्ट्री को रोक दिया जाता है। कोई न कोई कारण बताकर जिला पंजीयक रजिस्ट्री को भेजा जाता है। इसी बात को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में स्थित पंजीयन कार्यालय में हंगामा हुआ। कलेक्टर डॉ. मयंक अग्रवाल को प्रापर्टी व्यवसाय से जुडे हुए व्यापारियों ने इस संबंध में शिकायत दर्ज करवाई है।

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नीमच तहसील पंजीयन कार्यालय में पदस्थ उप पंजीयक शैलेंद्र दंडोतिया क्रेता-विक्रेता को परेशान करने का यह पहला मामला नहीं है। पूर्व में भी उप पंजीयक द्वारा भ्रष्टाचार के रूप में कमीशन लेने शिकायत सामने आ चुकी है। कार्यालय में दलाल सक्रिय रहते है और प्रायवेट व्यक्ति से भी रजिस्ट्री संबंधित कार्य करवाया जाता है। जो व्यक्ति पैसा देवे, उसकी रजिस्ट्री तुरंत हो जाती है और जो पैसा नहीं देवे, उसे नियमों में उलझाकर रजिस्ट्री को पेडिंग कर दिया जाता है।

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शुक्रवार को प्रापर्टी व्यवसायी व सर्विस प्रोवाईडर अतुल जैन नीमच-मनासा रोड मिराज सिनेमा के आगे अंदर खेत की रजिस्ट्री करवाने के लिए पंजीयन विभाग में पहुंचे। क्रेता-विक्रेता और गवाह सभी तैयार थे। पार्टी को जमीन की पूरी रकम दे दी गई थी। गाईड लाईन के अनुसार पंजीयन शुल्क भी अदा कर दिया गया। भूमि मनासा-नीमच मार्ग पक्की सडक से दूर है। उप पंजीयक शैलेंद्र दंडौतिया ने पक्की सडक के पास जमीन बताकर रजिस्ट्री जिला पंजीयक के पास भेजना बता दिया। जबकि विक्रेता के पक्ष में सहमतिकर्ताओं के हस्ताक्षर भी नहीं हुए।

 

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शैलेंद्र दंडौतिया का कहना था कि गाईड लाईन जिला पंजीयक तय करेंगे, जबकि क्रेता पक्ष का कहना था कि सहमतिकर्ताओं के हस्ताक्षर सहित अन्य कार्यवाही पूर्ण कर ली जावे। सहमति कर्ताओं के हस्ताक्षर नहीं करवाए जाने की बात को लेकर बाहर विक्रेता-क्रेता व अन्य लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। प्रापर्टी व्यवसायी अतुल जैन ने बताया कि कमीशन के चक्कर में ऐसा किया जा रहा है। जिस जगह की रजिस्ट्री करवाई है, वह पक्की सडक से दूर है। निर्धारित गाईड लाईन के अनुसार ही पंजीयन शुल्क जमा करवाया गया है, विक्रेता को पूरी रकम दे दी गई। अधूरी प्रक्रिया में रजिस्ट्री को छोड दिया गया है। रजिस्ट्री की तमाम के बाद भी जिला पंजीयक के यहां रजिस्ट्री भेजी जा सकती है, लेकिन जानबूझकर क्रेता-विक्रेता और सहमतिकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है। यह सब भ्रष्टाचार को बढावा देने के लिए हो रहा है। जिलाधीश महोदय को तुरंत उप पंजीयक शैलेंद्र दंडोतिया पर कार्रवाई किया जाना चाहिए।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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