नीमच, डेस्क रिपोर्ट। अग्रवाल सोया एक्सट्रेक्ट प्रा.लि. कपंनी के तीन संचालकों के खिलाफ फर्जी बिल्टी से पांच करोड़ की धौखाधड़ी करने के आरोप में प्रकरण दर्ज करने के बाद इंदौर पुलिस गिरफ्तारी के लिए नीमच पहुंची। देर रात पुलिस नीमच में दीपक सिंहल के ठिकानों पर पहुंची दीपक सिंहल फरार था।
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पुलिस के अनुसार शुभ प्रथम अपार्टमेंट खंडेलवाल नगर नौलखा के नवनीत विनोद गर्ग ने इंदौर जिले के भंवरकुआ थाने में कंपनी संचालकों के खिलाफ आवेदन दिया था। जिसकी जांच थानेदार आनंद राय कर रहे हैं। राय ने सचिन जयराम गोयल निवासी मंगलमूर्ति नगर व अन्य के बयान के बाद गर्ग के आवेदन के साथ अन्य दस्तावेजों के आधार पर अपनी जांच शुरू कर दी है।
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खाद्य तेल के निर्माता केशव इंडस्ट्रीज प्रा.लि. कंपनी के डायरेक्टर के 2015 से मेसर्स अग्रवाल सोया एक्सट्रेक्ट प्रा.लि. कंपनी के संचालक दीपक सिंघल से संबंध थे और खाद्य तेल बनाने हेतु चावल खली उसी से लेते थे। आरोप है कि दीपक सिंघल, गोपालदास सिंघल और शालिनी सिंघल ने फर्जी बिल्टी और दस्तावेजों से करीब पांच करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है।
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आरोप यह भी है कि इन सब में कंपनी का मैंनेजर योगेन्द्र जैन भी शामिल है। इन सभी ने मिलकर बैंक ऑफ इंडिया की रेसकोर्स रोड शाखा से पैसा निकाला। यह भी कहा गया है कि श्रीकृष्ण ट्रांसपोर्ट की जो बिल्टी लगाई गई है, उसमें बिल्टी नंबर नहीं है। पचास ट्रक माल की एक ही बिल्टी बना दी। इसी तरह एक बार 60 ट्रक माल की एक ही बिल्टी बनाई है। बिल्टी में ट्रक और टैंकर का नंबर तक नहीं है।
पुलिस को जांच में पता चला है कि जुलाई 2017 को नीमच मंडी के पोस्ता कारोबारियों का “धुलापाली” से भरा एक कंटेनर हरियाणा पुलिस ने जब्त किया था। 29 बोरो 30 कट्टों में बड़ी मात्रा में मादक धुलापाली को बरामद किया गया था। इस मामले में भी नीमच के मंडी कारोबारी दीपक सिंहल का नाम जुड़ा था। हरियाणा पुलिस की इस कार्यवाही में मंडी कारोबार की आड़ में मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले दीपक सिंहल को बेपर्दा किया था। कुल मिलाकर दीपक इस तरह के कारनामों में पहले भी लिप्त रहा है।