Neemuch News: पुलिस ने अवैध डोडाचूरा के साथ दो तस्करों को किया गिरफ्तार, सामान जब्त

तस्करों से 60 किलो अवैध डोडाचूरा छिलका और कार को पुलिस ने मौके पर ही जब्त कर लिया। वहीं जब्त सामान की कीमत करीब 9 लाख 50 हजार रुपए बताई जा रही है।

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Neemuch News: मध्य प्रदेश के नीमच जिले में पुलिस ने अवैध डोडाचूरा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान दो तस्करों को डोडाचूरा के परिवहन करते समय गिरफ्तार किया गया है। तस्करों के पास से 60 किलोग्राम डोडाचूरा बरामद किया गया। किलो अवैध वहीं पकड़े गए तस्करों से पुलिस आगे की पूछताछ कर रही है।

मुखबिर से मिली सूचना

नीमच जिले के सरवानिया महाराज चौकी पर 31 मार्च को मुखबिर से सूचना मिली थी कि चार पहिया वाहन से अवैध डोडाचूरा का परिवहन किया जा रहा है, जिस पर एक टीम गठित कर पुलिस द्वारा मोरवन चादर बसेड़ी भाटी तिराहा आमरोड पर नाकाबन्दी की गई। पुलिस ने एक ब्रेजा कार एमएच 12 क्यूएफ 4890 को रुकवाकर तलाशी ली। इस दौरान कार में काले रंग की 3 प्लास्टिक बैग में 60 किलो अवैध डोडाचूरा बरामद हुआ। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों के नाम कोजाराम पिता जीवनराम चौधरी उम्र 45 साल निवासी धनकवडी बालाजी, पूणे महाराष्ट्र और पप्पूराम पिता भारमल जाट उम्र 40 साल निवासी नागौर, राजस्थान हैं।

9 लाख रुपए से ज्यादा के सामान जब्त

तस्करों से 60 किलो अवैध डोडाचूरा छिलका और कार को पुलिस ने मौके पर ही जब्त कर लिया। वहीं जब्त सामान की कीमत करीब 9 लाख 50 हजार रुपए बताई जा रही है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की विवेचना शुरू कर दी है।

Neemuch

नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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