नीमच | मध्य प्रदेश में आंगनाबड़ियों में बच्चों को अंडा वितरित किए जाने के सरकार के फैसले को लेकर जहां बवाल मचा हुआ है| वहीं अब अंडे की जगह मुर्गी देने की मांग उठी है| नीमच में शुक्रवार को जिला पंचायत की साधारण सभा की बैठक में यह प्रस्ताव पास किया गया है। जिसमे आंगनबाड़ी केंद्रों पर अंडे के बजाय सीधे मुर्गियां देने की मांग की गई है। इस प्रस्ताव को शासन को भेजा जा रहा है|
दरअसल, मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने कुपोषण की चुनौती से निपटने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को मिलने वाले खाने में अंडा शामिल करने का फैसला किया है| सप्ताह में तीन दिन अंडा दिए जाने की तैयारी है| सरकार के इस फैसले को लेकर सियासत भी गर्म है और भाजपा लगातार इसका विरोध कर रही है, वहीं शाकाहार संगठनों ने भी विरोध किया है| इस बीच नीमच में एक अनोखी मांग चर्चा में आ गई है| यहां जिला पंचायत ने केंद्रों को अंडे की जगह मुर्गी देने का प्रस्ताव पास किया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष अवंतिका जाट, सीईओ भव्या मित्तल व मनासा विधायक माधव मारू की मौजूदगी में हुई बैठक में सदस्यों ने इसके पीछे तर्क दिया कि प्रत्येक आंगनबाड़ी में 10-20 मुर्गियां दे देंगे तो वहां कार्यकर्ता इन्हें पालेंगी। इससे बच्चों को ताजे अंडे मिल पाएंगे। वहीं कहा जा रहा है कि बच्चों को देने के लिए रोजाना अंडे कहां से मंगाएंगे। इंजेक्शन वाले अंडे बांटने से बच्चों की सेहत खराब हो सकती है। ऐसे में मुर्गी पालना ठीक रहेगा। इस प्रस्ताव पर महिला बाल विकास अधिकारी संजय भारद्वाज ने बिंदु नोट किए और प्रस्ताव शासन को भेजा जाना तय हुआ। भाजपा पहले ही केंद्रों में अंडा देने का विरोध कर रही है, लेकिन अब मुर्गी वितरण से जमकर हंगामा होने वाला है। नीमच जिला पंचायत भाजपा समर्थित है।