नीमच।
मध्यप्रदेश में इस बार भी प्याज की बंपर पैदावर हुई है। बावजूद इसके किसानों को उनके उचित दाम नही मिल पा रहे है। हालत ये हो गए है कि किसान प्याज बेचने के बाद इसे फेंकने को मजबूर हो रहे है। दामों के गिरने से किसानों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। ताजा मामला नीमच से सामने आया है। जहां शनिवार को किसान मंडी में प्याज बेचने पहुंचे, लेकिन व्यापारियों ने 50 पैसे किलो तक भाव से ज्यादा देने से इंकार कर दिया।इससे किसानों का गुस्सा व्यापारियोंपर फूट पड़ा और बेचने की बजाय के मंडी में ही प्याज फेंक कर चले गए। इस घटनाक्रम के बाद अधिकारियों मे ंहड़कंप मच गया है।
दरअसल, वोटिंग के बाद किसान शनिवार को प्याज की ट्रालियां लेकर मंडी पहुंचे। जहां व्यापारियों ने कई ढेरियों की तो नीलामी नही की और जिनकी की उनके भाव 50 पैसे प्रति किलो लगाए। शनिवार को करीब 8 हजार बोरी प्याज की आवक रही, लेकिन 300 से 2600 रुपए क्विं. तक औसत भाव रहा। इतने कम भाव ���िलने पर आधा दर्जन से अधिक नाराज किसान प्याज का ढेर मंडी में छोड़ लौट चले गए। भावों में भारी गिरावट के लिए किसान व्यापारियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
किसानों का कहना है कि व्यापारी माल की क्वालिटी के आधार पर भाव तय कर रहे हैं। इससे भाव औंधे मुंह गिर गए हैं।वही व्यापारियों का कहना है कि किसान बेहतर गुणवत्ता का प्याज लेकर जरुर खरीदा जाएगा और दाम भी वजीब दिए जाएंगें। खराब माल की नीलामी मंडी में नहीं हो सकती। कोई भी व्यापारी खराब माल नहीं खरीदता। न ही उन्हें इसके लिए विवश किया जा सकता है।