Neemuch News: बघाना क्षेत्र में धोखाधड़ी का मामला आया सामने, पीड़ित ने लिखित आवेदन देकर थाने में की शिकायत

श्रीपाल ने अपने मनमाफिक चेक में राशि भरकर चेक को अनादृत करवा दिया। इस पूरे घटनाक्रम से महिमामय तब तक अनभिज्ञ था जब तक चेक अनादर होने की जानकरी मिली।

Gwalior News

Neemuch News: मध्य प्रदेश के नीमच जिले से धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है। जहां बघाना क्षेत्र के निवासी महिमामय बिस्वाल ने लिखित आवेदन देते हे थाने में श्रीपाल बघेरवाल और उनके साथी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की है। इस दौरान महिमामय ने शिकायत में बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व अक्षय लोढ़ा नामक व्यक्ति से 30 हजार रूपये ब्याज पर लिए थे। रूपये उधार लेते समय गारंटी के तौर पर एक ब्लेंक चैक अक्षय लोढ़ा को दिया था। लेकिन महिमामय एक छात्र होकर उक्त राशि समय पर अदा नही कर पाया।

इस तरह मिली धोखाधड़ी की जानकारी

इस मामले में ब्याज पर रूपया देने वाले अक्षय लोढ़ा ने एक बार भी फोन लगाकर महिमामय को रुपया अदा करने की सूचना नहीं दी। इसी का फायदा उठाते हुए कुछ दिनों पूर्व टीआईटी कॉलोनी निवासी श्रीपाल बघेरवाल ने अक्षय लोढ़ा से संपर्क कर महिमामय द्वारा ली गई राशि का जानबूझकर समस्त भुगतान कर दिया। इसके साथ ही महिमामय द्वारा दिए गए ब्लेंक चेक को श्रीपाल ने अपने कब्जे में ले लिया। वहीं बाद में श्रीपाल ने अपने मनमाफिक चेक में राशि भरकर चेक को अनादर करवा दिया। इस पूरे घटनाक्रम से महिमामय तब तक अनभिज्ञ था जब तक चेक अनादर होने की जानकरी मिली। चेक अनादृत होने के बाद महिमामय ने अक्षय लोढ़ा से सम्पर्क किया तब अक्षय लोढ़ा ने भी चेक का श्रीपाल के पास होना कबूल किया।


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।