डबरा, सलिल श्रीवास्तव। भोजन की लंगर व्यवस्था तो सभी ने सुनी होगी जिसमें भूखे व्यक्ति को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाता है पर अब डबरा में ऑक्सीजन (Oxygen) की लंगर व्यवस्था शुरू होने वाली है जिसमें ऑक्सीजन (Oxygen) की जरूरत वाले व्यक्ति को उसके घर पर पहुंचकर ऑक्सीजन (Oxygen) उपलब्ध कराई जाएगी और यह सब कुछ हो पाएगा दिल्ली की संस्था वॉइस ऑफ स्लम के समाजसेवी उमाशंकर चौहान एवं देव प्रताप चौहान के सहयोग से उन्होंने आज डबरा में पाँच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य स्वास्थ्य संबंधी सामग्री को प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) को भेंट की जिससे डबरा में कोरोना महामारी से पीढित लोगों को उचित उपचार मिल सकेगा और उन्हें ऑक्सीजन के लिए ग्वालियर नहीं भागना पड़ेगा।
समाजसेवी युवाओं द्वारा डबरा के लिए सहयोग किये जाने के मौके पर गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra)ने कहा कि देश में जहाँ भी कोविड सेंटर संचालित हो रहे है वह सरकार चला रही है या फिर संघ परिवार, कोई अन्य दल नहीं चला रहा है अन्य दल सिर्फ़ कमियाँ ढूँढकर आलोचना करने में लगे हुए हैं, सकारात्मक राजनीति लगभग बंद हो गई। उन्होंने कहा कि जो चलता है वही गिरता है हमसे गलती हो रही है तो उसे सुधारेंगे भी, पर आप क्या कर रहे है यह तो बतायें। कमलनाथ जी या फिर उनकी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष किसी कोविड सेंटर में गये हो तो यह भी बतायें। उन्होंने वॉइस ऑफ़ स्लम संस्था के कार्य की सराहना करते हुए कहा की इससे प्रेरणा लेते हुए डबरा के अन्य समाज सेवियों को भी आगे आना चाहिये।
वही भगत सिंह कोविड सेंटर के संचालक अमरदीप औलख एवं कृष्णा गुर्जर ने बताया कि हमारे डबरा के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो इसके लिए प्रयासरत हैं पूर्व में हमें चार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मिले थे जिसमें से दो हमने अपने पास रखें और दो सिविल अस्पताल डबरा और सेवा भारती के कोविड सेंटर में उपलब्ध कराए, इस बार हमें संस्था द्वारा पाँच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सहित अन्य सामान दिया गया हैं जिससे हम लोगों ने तय किया है कि इस बार हम ऑक्सीजन की लंगर कहे या पोर्टेबल व्यवस्था शुरू कर रहे हैं। पाँच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को हम कारों में रखेंगे और डबरा क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति जिसे ऑक्सीजन की जरूरत है और वह क्रिटिकल कंडीशन में है उसे उसके घर पर जाकर ऑक्सीजन उपलब्ध कराएंगे जब वह सामान्य हो जाएगा और ग्वालियर जाने की स्थिति में होगा तो उसे ग्वालियर भेज दिया जाएगा।
इस प्रकार यह पहली व्यवस्था होगी जो ग्वालियर जिले में हमारे द्वारा संचालित की जाएगी। उनका यह भी कहना है कि इससे गरीब लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी और जिन की स्थितियां एकदम खराब होती हैं और वह ग्वालियर नहीं ले जा पाते उन्हें ग्वालियर भेजा जा सकेगा वहीं उन्होंने यह भी कहा जिस की स्थिति थोड़ी सामान्य और ऑक्सीजन लेबल कम है वह अपने ऑक्सीजन लेवल को सामान्य करने के लिए कुछ देर के लिए यहां आ सकते हैं और ऑक्सीजन ले सकते हैं।इस अवसर पर संस्था के संचालक देव प्रताप ने कहा कि हमारी संस्था पिछले कोरोना काल से लोगों को भोजन और स्वास्थ्य सामान उपलब्ध करवा रही है डबरा मेरी जन्म भूमि है यहाँ के लिये जो भी सहयोग हो सकेगा वह करने के लिये हम तैयार है।इस अवसर पर ज़िला ग्रामीण अध्यक्ष कौशल शर्मा,मंडल अध्यक्ष रामबीर घुरैया सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....