राजगढ़ । मनीष सोनी ।
मध्य प्रदेश में सरकार भाजपा की हो फिर कांग्रेस की गाय हमेशा से सियासत का केंद्र रहीं हैँ। लेकिन राजनैतिक दल उनके उत्थान के लिए कोई कदम उठाते नहीं दिखते। यही कारण है कि प्रदेश के राजगढ़ जिले में 60 गायों की मौत हो गई। कमलनाथ सरकार ने वादा किया था कि वह प्रदेश में गौशालाओं के लिए सरकारी मदद करेंगे। लेकिन एक साल पूरा होने के बाद भी ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
राजगढ़ जिले के खिलचीपुर नगर व श्री कृष्ण गौ शाला में गायों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खिलचीपुर नगर व नगर की श्री कृष्ण गौ शाला में करीब 6 दिनों में 60 से अधिक गायों की मौत से हड़कम्प मचा हुआ है। शनिवार की अगर बात करें तो एक दिन में खिलचीपुर में करीब 15 गायों की मौत हुई है। जिसमें से खिलचीपुर की श्री कृष्ण गौ शाला में 7 गायों की मौत हुई है। जिनके शव गौ शाला में थे। इसी श्री कृष्ण गौ शाला में बरसात में करीब 300 अधिक गायों की मौत हुई थी। बाबजूद उसके अब फिर से गौ शाला व नगर में गायों की मौत सिलसिला शुरू हो चुका है । कुछ लोगों का कहना है कि पशु चिकित्सक सूचना के बाद भी समय पर नगर में बीमार गायों का इलाज करने नहीं पहुंचते हैं। और इलाज के आभाव में गायों की मौत हो जाती है
पशु चिकित्सक का कहना है कि ठंड, भूख, व पोलोथिन खाने से गायों की मौत हो रही है। हालांकि गायों की मौत क्यो? ओर कैसे हो रही है? वही इस बात का पता नहीं चल सका है। लेकिन सवाल वही की आखिर इन गौ माता की मौत का जिम्मेदार कौन है।