राजगढ़| मनीष सोनी| आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप शुरू होते ही सट्टेबाज भी सक्रिय हो गए हैं और प्रदेश में अलग अलग स्थानों पर सट्टे के खिलाफ कार्रवाई में बड़े खुलासे हो रहे हैं| अब एक और बड़ा खुलासा राजगढ़ जिले में हुआ है| जहां हाईटेक सट्टा पकड़ा गया है| पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे सवा करोड़ के लेन-देन का हिसाब और कारोबार में उपयोग किए जा रहे मोबाइल एवं लेपटॉप बरामद किये हैं। यह सभी आरोपी मोबाइल ऐप के माध्यम से इस कारोबार को कर रहे थे। रुपयों का लेन-देन भी ऑनलाइन हो रहा था। पुलिस विभिन्न बैंकों से डिटेल लेने में जुटी है।
क्रिकेट के सटोरिए हाईटेक तरीके से सट्टा के व्यापार को संचालित करते हैं, इन पर पुलिस भी आसानी से हाथ नहीं डाल सकती। राजगढ़ पुलिस अधीक्षक को भी इस तरह की शिकायत मिल रही थी, शिकायतों को देखते हुए उन्होंने एक टीम गठित की और साइबर सेल की मदद से हाईटेक सटोरियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। राजगढ़ पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने प्रेस वार्ता में बताया कि जिले के कुरावर थाना क्षेत्र के लसूडलिया रामनाथ में अवैध रूप से सट्टा का कारोबार कर रहे 05 लोगों को धरदबोचा है | उन्होंने बताया कि पकडे गये आरोपी करीब सवा करोड से भी ज्यादा के लेन देन का सट्टा संचालित करते पकडाए हैं। कुरावर के लसूडलिया रामनाथ में मुखबिर के बताए स्था्न पर पहुंचकर पुलिस ने दबिश दी जहां कृपाल खाती सहित 04 अन्य लोग मोबाईल एवं लैपटॉप के साथ क्रिकेट विश्वकप के मैच पर हार जीत का दांव लगाकर सट्टा का कारोबार कर रहे थे | जिन्हें पुलिस बल की मदद से पकडा।
कृपाल है मास्टरमाइंड
आरोपियों में सट्टा की बुकिंग करने वाला कृपाल खाती निवासी ग्राम लसूडलिया रामनाथ इस पूरे गिरोह का मास्टर माइंड है। उसके साथी अंशुमन सोनी, नीतेश साहू, विकास उर्फ विक्कीे वर्मा एवं नीतेश अग्रवाल अपने मोबाईल व लैपटॉप पर ऑनलाईन सट्टे का कारोबार करते रंगे हाथ धराए। आरोपी कृपाल और नितेश बुकी का काम कर रहे थे जिन्होने ऑनलाईन सट्टा खिलाने के लिए एक सॉफ्टवेयर किराये पर ले रखा था| जबकि अन्य लोग सट्टा खिलाने के लिये क्लाईंट की व्य्वस्था देखते थे|
COINS खरीदकर खेला जाता था हाईटेक खेल
नीतेश उक्त सॉफ्टवेयर के माध्यम से क्लाईंट्स को एक लिंक उपलब्ध कराता था एवं क्लाईंट से उक्त लिंक के पैसे लिये जाते थे, संबंधित क्लाईंट द्वारा लिंक को एक्सेस करने के लिये एक आईडी एवं पासवर्ड की आवश्यकता होती थी जो उसे काफी गोपनीय तरीके से प्रदान किया जाता है| उक्त लिंक को एक कैप्चा क्लियर कर एक्सेस करने उपरांत क्लाइंट को खेल में पैसा लगाने के लिये कॉईन की आवश्यंकता होती है, क्लाइंट को जितने कॉईन की आवश्यकता होती थी उतने रूपयों के कॉईन उसे बुकी को पैसे भेजकर प्राप्त करने होते थे उसके बाद शुरू होता था सट्टा लगाने का खेल। कॉईन की उपलब्धता के बाद क्लाईंट अपने कॉईन का इस्तेमाल कर हार जीत का दाव लगाता है जिसमें हारने एवं जीतने का हिसाब इन पांच लोगों द्वारा अपने पास रजिस्टर में लिख लिया जाता है जिसके अनुसार ही क्लाईंट से पैसे का लेन देन किया जाता था। आरोपियों द्वारा घटनास्थल से भागने का प्रयास किया गया लेकिन पुलिस टीम ने पांचो आरोपियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है, आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।