राजगढ़। मनीष सोनी।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के खिलचीपुर की श्री कृष्ण गौशाला में एक सप्ताह में करीब 40 गायों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है ।मध्यप्रदेश राजगढ़ जिले की श्री कृष्ण गौशाला में क्षमता से अधिक गाय होने से, गायों के हिसाब से गौशाला में टिन शेड नहीं है.जिसकी वजह से गाय खुले आसमान के नीचे रहती है,जिससे लगातार हो रही बारिश मे भीगने व खुले में बारिश की वजह से हो रहे कीचड़ में बैठने से हर- दिन करीब 4 से अधिक गायों की मौत हो रही है ।
गौशाला के चौकीदार की माने तो गौ शाला की 600 गाय है ,लेकिन इस समय आसपास के ग्रामीण अपनी फसल को बचाने के लिए “गायों को गाँव से भगाते हुए गौशाला में लाकर छोड़ देते है जिससे गौशाला के क्षमता से अधिक गाय हो गई , श्री कृष्ण गौशाला में अभी 7 हजार गाय खुले आसमान के नीचे मौजूद है ,जिसके चलते आये दिन इस गौशाला में गायों की मौत हो रही है , गौशाला में गाय की मौत के बाद गायों को खिलचीपुर नगर के बड़े मेले के ग्राउंड में फिकवाया जा रहा है ,जहा जानवर गायों के शव को नोच नोच कर “खा’ रहे है ।लेकिन अब सवाल यही की आखिर इन गायों की मौत व गौमाता की दुर्दशा का जिम्मेदार कौन है ?
इसी को लेकर जब हम राजगढ़ जिले की खिलचीपुर में स्थित श्री कृष्ण गौशाला पहुचे जहा गौशाला के अंदर दो गाय के शव पड़े हुए है ,वही 3 गाय अपनी अंतिम साँसे लेती हुई तड़प रही थी , गौशाला में है ,रतनलाल मिले जो कि इस श्री कृष्ण गौशाला में पिछले 27 सालों से चौकीदारी कर रहे है , रतनलाल का कहना है कि तड़प रही तीन गाय भी कुछ देर में दम तोड़ देगी ,
रिपोर्टर सवाल- जब हमने गौशाला के चौकीदार से सवाल किया ,की यह कितने दिनों के कितनी गायों की मौत हो गई है तो उन्होंने बताया कि यह 30 से 40 गायों की मौत हो गई है ,एक सप्ताह में ,गाय की मौत कीचड़ ओर बारिश की वजह से मौत हो रही है ,बारिश में गाय भीगती है , गाय के बैठने की जगह नही है , सभी गाय खुले में रहती है , गौशाला में 600 गाय खुद की दर्ज है ,परन्तु आसपास के लोग यह बाहर से गाय को छोड़ कर चले जाते है , जिसके चलते गौशाला में कुल 7 हजार गाय रहती है , लेकिन गौशाला की 600 गाय है ,ये जो किसान के न ये आसपास से गायों को लेकर आते है ओर यही बन्द करके चले जाते है ,क्योकि ये उनका नुकसान करती है ।