राजगढ़| मनीष सोनी| जिले के खुजनेर में गणतंत्र दिवस पर हुए विवाद के बाद अब क्षेत्र में दोनों पक्षों में तनाव भी बढ़ने लगा है। 4 गांव से अधिक ग्रामीणों ने समुदाय विशेष के बहिष्कार का निर्णय लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि इसके लिए ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन को भी आवेदन देकर पूरे मामले से अवगत कराया दिया है।
जिले के खुजनेर में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को दो पक्षों में हुए विवाद के बाद एक पक्ष द्वारा बच्चों पर जो हमले किए गए थे, उस हमले के विरोध में अब आसपास के ग्रामीण भी लामबंद होने लगे है। इन ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन को बकायदा लिखित में आवेदन दिया है कि मुस्लिम समाज का कोई भी व्यक्ति हमारे गांव में किसी भी प्रकार की कोई वस्तु लेकर बेचने ना या खरीदने न आए व्यापार करने के लिए कोई मुस्लिम यदि हमारे गांव में आया और उसके साथ कोई घटना घटित हुई तो उसकी जवाबदारी उसकी खुद की रहेगी । इस तरह का आवेदन 4 गांव के ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन को दिया है ऐसे में सबसे बड़ा सवाल क्या मध्य प्रदेश भी अब आज असुरक्षित प्रदेश माने जाने लगा है, और क्या इस तरह के प्रतिबन्ध की मांग सही है|
जब ऐसे आवेदन हमारे सामने आए तो हम इसकी पड़ताल करने खुजनेर के समीप गांव लिंबोदा में पहुंचे जहां ग्रामीणों ने खुलकर कहा कि उनके गांव में कोई भी उस समुदाय का व्यक्ति दुकान लगाने या सामान खरीदी करने के लिए नहीं आ सकता है इसको लेकर एक पंचनामा बनाकर उन्होंने थाने में दिया है यदि कोई गांव में आकर खरीदी बिक्री करता है तो उसके साथ हुई घटना का वह खुद जिम्मेदार होगा । लेकिन जब हमने करीबी थाने में जाकर राजगढ़ एसडीओपी शंभू प्रसाद अहिरवार से बात की तो उन्होंने कहा कि इस प्रकार का कोई भी आवेदन हमारे पास नहीं आया है और यदि लोग किसको आने जाने से रुकेंगे तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी| फिलहाल क्षेत्र में इन गांववालों का यह फरमान चर्चा का विषय बना हुआ है|