Ratlam News: रेलवे पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई, स्टेशन पर एक व्यक्ति से बरामद किए 65 लाख रुपए की नकदी

पैसों को लेकर ठीक ठाक जवाब और जरूरी दस्तावेज न देने पर जब्त कर व्यक्ति के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर हिरासत में ले लिया गया।

Shashank Baranwal
Published on -
indore crime news

Ratlam News: लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद प्रदेश में पुलिस प्रशासन सख्त हो गई है। हर जिले में अवैध गतिविधियों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में रतलाम जिले में रेलवे पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक सर्राफा व्यापारी को 65 लाख रुपए के साथ रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है।

मुखबिर से मिली जानकारी

पुलिस के मुताबिक शुक्रवार और शनिवार की देर रात के बीच रेलवे पुलिस रेलवे स्टेशन पर गश्त लगा रही थी। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि प्लेटफॉर्म नंबर-4 पर एक व्यक्ति ट्राली बैग में बड़ी मात्रा में रुपए लेकर बैठा हुआ है। इसके बाद जीआरपी थाना प्रभारी आरबीएस कुशवाह के नेतृत्व में एक टीम गठित कर व्यक्ति के पास पहुंचे।

विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज

पुलिस की पूछताछ में व्यक्ति ने अपना नाम यश कुमार मूणत पिता ऋषभ मूणत उम्र 27 साल, निवासी कसारा बाजार, रतलाम बताया। इसके साथ ही उसने बाजना में ऋषभ ज्वैलर्स के नाम से दुकान बाताया। वहीं जब पुलिस ने बैग की तलाशी ली तो उसमें 65 लाख रुपए मिले, जिसे लेकर वह मुंबई जा रहा था। हालांकि, पैसों को लेकर ठीक ठाक जवाब और जरूरी दस्तावेज न देने पर रुपयों को जब्त कर व्यक्ति के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर हिरासत में ले लिया गया। फिलहाल, पुलिस ने आगे की कार्रवाई के लिए जीएसटी विभाग, आयकर विभाग और एफएसटी की टीम को सूचित कर दिया है।


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News