बता दें कि सीहोर में आयोजित क्षत्रिय सम्मेलन शामिल होने पहुंची सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने आपत्तिजनक बयान (Offensive statement) दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर ‘शूद्र को शूद्र कह दो, तो बुरा लग जाता है।’ रिटायर्ड आईएएस थेटे ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आखिर दलित वर्ग किसी के सामने क्यों झुकेगा।
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सांसद के खिलाफ प्रदेश सरकार ले एक्शन
रिटायर्ड आईएएस थेटे ने कहा कि आप आप 2024 में प्रधानमंत्री बनने की इच्छा रखते है, तो इस सांसद पर कार्रवाई क्यों नहीं करते। आगे उन्होंने कहा कि सांसद साधवी प्रज्ञा ने जो शब्द उपयोग किया है वो असंवैधानिक शब्द है। अगर जनता की सेवा में आए सांसद द्वारा ही ऐसा बयान दिया जाएगा, तो भी जनता की कौन सुनेगा। ऐसे में प्रदेश सरकार को उनके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए और एट्रोसिटी एक्ट के तहत सांसद ठाकुर पर कार्रवाई करनी चाहिए।
रिटायर्ड IAS ने कहा- मैं खुद कराऊंगा FIR
रिटायर्ड IAS ने कहा कि सांसद के बयानों को लेकर दूसरे संगठन के लोग भी उनके खिलाफ एफआईआर कराने की कोशिश कर रहे है। अगर वे नहीं कराएंगे तो मैं खुद आगे आकर उनके खिलाफ एफआईआर कराऊंगा। साथ ही इसके लिए विधिवेत्ताओं से विशेष परामर्श कर एफआईआर दर्ज कराकर एक जन आंदोलन भी किया जाएगा। रिटायर्ड आईएएस ने कहा कि क्योंकि देश में अगर बदलाव चाहिए तो उसके लिए सामाजिक क्रांति आवश्यक है।
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शिवराज सरकार पर बोला हमला
इस दौरान रिटायर्ड आईएएस थेटे ने शिवराज सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि रिटायर्ड होने पर गुलामी से मुक्ति मिली है। थेटे ने कहा कि मैं घोषणा करता हूं, मैं इस वर्ग का अपमान नहीं होने दूंगा, चाहे मेरी जान भी क्यों ना चली जाए। साथ जब उनसे राजनीति में आने जैसे सवाल किए गए तो, रिटायर्ड आईएएस ने कहा कि वो बाबा साहेब अंबेडकर का रास्ता त्यागकर राजनीति में नहीं जाएंगे