Rewa News : टी आई के कंधे में धंसी गोली डॉक्टर्स ने निकाली, आरोपी एस आई बर्खास्त, हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज

Atul Saxena
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Rewa News : रीवा सिविल लाइन थाने में पदस्थ टी आई हितेंद्र नाथ शर्मा का इलाज कर रही डॉक्टर्स की टीम ने उनके कंधे में धंसी गोली को ऑपरेशन कर बाहर निकाल दिया है, उनकी हालत अभी स्थिर बनी हुई है। डॉक्टर्स का पैनल उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाये हुए है, उधर रीवा डीआईजी मिथिलेश शुक्ला ने टी आई को गोली मारने के आरोपी एस आई बी आर सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया है, पुलिस ने आरोपी के खिलास सिविल लाइन थाने में ही हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

Rewa News : टी आई के कंधे में धंसी गोली डॉक्टर्स ने निकाली, आरोपी एस आई बर्खास्त, हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज

एस आई ने टी आई के चम्बर में घुसकर उन्हें मारी गोली 

रीवा के सिविल लाइन थाने में गुरुवार को दोपहर में एस आई बी आर सिंह ने टी आई हितेंद्र नाथ शर्मा को अपनी 9 एमएम की सर्विस पिस्टल से गोली मार दी थी, गोली टी आई के कंधे में धंस गई थी,  आरोपी एस आई दो पिस्टल लेकर टी आई के चेंबर में घुसा था उसे कुछ दिन पहले ही एक मामले में एसपी ने सिविल लाइन थाने से पुलिस लाइन अटैच किया था, गुरुवार को वो उसके पास मौजूद केस डायरी जमा करने आया था इसी दौरान एस आई बी आर सिंह की टी आई हितेंद्र नाथ शर्मा से बहस हो गई और उसने उनपर गोली चला दी

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दोनों हाथों में पिस्टल ताने हुआ था एसआई बी आर सिंह  

टी आई के चेंबर से गोली चलने की आवाज आते ही थाने में मौजूद ASI कौशलेन्द्र शुक्ला और संतरी आरक्षक दिलीप तिवारी चेंबर की तरफ भागे, उन्होंने एस आई बी आर सिंह को दोनों हाथों में पिस्टल लिए टी आई के तरफ ताने हुए देखा , एएसआई  शुक्ला ने तुरंत एस आई की धक्का दिया और संतरी तिवारी ने घायल टी आई को बाहर निकाला फिर दोनों ने मिलकर एस आई बी आर सिंह को चेंबर में ही बंद कर दिया।

अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ पहुंची, की टी आई के स्वस्थ होने की दुआ  

थाने के स्टाफ ने घायल टी आई को पास में ही मिनर्वा हॉस्पिटल में भर्ती किया, सूचना मिलते ही एसपी विवेक सिंह सहित अन्य अधिकारी अस्पताल पहुँच गए उधर पुलसी थाने पर भी लोगों की भीड़ जमा हो गई, लोग अस्पताल भी पहुँच गए और टी आई की सलामती के लिए दुआ करने लगे।

डॉक्टर्स की टीम ने टी आई के कंधे में धंसी गोली बाहर निकली, हालत अभी स्थिर 

टी आई पर एस आई द्वारा किये गए प्राणघातक हमले की गूंज भोपाल डीजीपी तक पहुंची उन्होंने टी आई के उचित इलाज के निर्देश दिए, डॉक्टर्स की टीम भोपाल और जबलपुर से रीवा भेजी। डॉक्टर्स ने पहले टी आई हितेंद्र नाथ के घाव का परीक्षण किया और फिर उनके कंधे में धंसी गोली को ऑपरेशन कर बाहर निकाल लिया, टी आई की हालत अभी स्थिर है नाजुक है लेकिन खतरे से बाहर है।

जूनियर के अंडर में काम करने और लाइन अटैच करने से नाराज था एस आई   

उधर इस घटना के बाद पुलिस के आला अधिकारी इसकी असली वजह और एस आई बी आर सिंह का सर्विस रिकॉर्ड तलाशने लगे, बताया गया कि एस आई बी आर सिंह 1999 बैच का एस आई है और टी आई हितेंद्र नाथ शर्मा 2000 बैच के एस आई है लेकिन एस आई उसी पद पर है जबकि हितेंद्र नाथ प्रमोट होकर टी आई (इंस्पेक्टर) बन गए, एस आई बी आर सिंह को अपने से जूनियर के अंडर में काम करने से नाराजगी थी और वो उसे लाइन अटैच करने से भी नाराज था।

24 साल की सर्विस में मिल चुकी की सजा, डी आई जी ने बर्खास्त किया, 307 का मुकदमा दर्ज 

घटना पर तत्काल आला अधिकारी एक्शन में आये डी आई जी मिथिलेश  शुक्ला ने एस आई बी आर सिंह का सर्विस  रिकॉर्ड चैक कराया जिसमें उन्हें 24 साल की पुलिस सर्विंस में 69 छोटी सजाएँ दी जा चुकी हैं, जबकि 2007, 2010, 2014, 2020 और 2021 में विभागीय जाँच के बाद 5 बड़ी सजाओं से दण्डित किया जा चुका है, सर्विस रिकॉर्ड को डी आई जी ने निम्न स्तर का माना और फिर अपने से बड़े अधिकारी पर प्राण घातक हमले का दोषी पाते हुए एस आई बी आर सिंह को सेवा से बर्खास्त करने के आदेश दे दिए। अधिकारियों ने एस आई बी आर सिंह पर सिविल लाइन थाने में धारा 307 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है ।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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