सागर, विनोद जैन। प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव अब दिलचस्प होने जा रहे हैं। सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए पूर्व विधायकों-मंत्रियों पर गद्दारी के आरोप भी लग रहे हैं।
सागर जिले की सुरखी विधानसभा में अब कांग्रेस से भाजपा में आये मंत्री गोविंद राजपूत और भाजपा से कांग्रेस में आई पूर्व विधायक पारुल साहू के बीच कड़ा मुकाबला है। दोनों ही दल अब आमने सामने हैं। भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए गोविंद राजपूत को मैदान में उतारा है तो वहीं सुरखी विधानसभा की पूर्व विधायक पारुल साहू जिन्होंने भाजपा के टिकिट से पहले गोविंद राजपूत को हराया था, अब एक बार फिर दोनों आमने सामने हैं। फर्क केवल इतना है कि जो पहले कांग्रेस प्रत्याशी थे वह अब भाजपा प्रत्याशी हैं और जो पहले भाजपा प्रत्याशी थी वह अब कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी हैं। हालांकि क्षेत्र में मंत्री गोविंद राजपूत का भारी विरोध नजर आ रहा है, वहीं पारुल साहू को काफी समर्थन मिल रहा है। खासतौर पर महिलाओं का समर्थन ज्यादा मिलता नजर आ रहा है। पारुल साहू ने भी लोगों से मुलाकात शुरू कर दी है, इस दौरान सबसे पहले सिध्द शक्तिपीठ रानगिर में मां हरसिद्धि देवी की पूचा अर्चना की फिर ग्राम चतुरभटा, उमरारी, और मिडवासा में घर घर जाकर जनसंपर्क किया। उनके साथ सागर सेवादल की जिला महासचिव प्रयंका तिवारी, जिला पंचायत सदस्य ज्योति पटेल, बंडा विधायक तरवर लोधी, वीरेन्द्र लोधी, संदीप लोधी, इरफान खान, प्रेमनारायण साहू, राजकुमार रैकवार, फिरतू अहिरवार, रामजी लोधी हीरापुर सहित सैंकड़ों लोग शामिल थे।