किसानों की फसलों के मुआवजे को लेकर सड़क पर उतरी कांग्रेस, SDM को सौंपा ज्ञापन

सागर, विनोद जैन। प्रदेश में खराब हुई फसलों और किसानों की चिंता को लेकर सुरखी विधानसभा में कांग्रेस ने भाजपा का विरोध किया और सरकार से जल्द से जल्द मुआवजा देने की मांग की। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ये वही शिवराज सिंह चौहान हैं जो कमलनाथ के मुख्यमंत्री रहते हुए कहते थे कि अगर मैं मुख्यमंत्री होता तो किसानों के खेत की मिट्टी भी दो हजार रुपये किलो में बिकवा देता। आज जब वो मुख्यमंत्री बन गए हैं तो कम से कम किसानों को फसलों का मुआवजा ही दे दें।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सुरखी क्षेत्र से जनता ने गोविंद राजपूत को चुना था लेकिन गोविंद राजपूत ने जनाधार का अपमान करते हुये उसकी कीमत वसूल ली है और सौ करोड़ रुपये में वोटों को बेच दिया है। अब समय आ गया है कि ऐसे बिकाऊ नेता को हराया जाए और सुरखी क्षेत्र बचाया जाए। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश साहू ने कहा कि यह वहीं गोविंद राजपूत हैं जिन्होने विकास का वादा करके सुरखी बस स्टेंड पर सौंदर्यीकरण के नाम पर इन गरीब चाय पान की दुकानें खोलने वालों की दुकाने हटवा दी और आज वही गायब हैं।  कुछ समय पूर्व मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार बनी थी जिसमें तत्कालीन कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने निजी स्वार्थ के चलते भाजपा से सेटिंग करके अपने विधायकों को लेकर कांग्रेस की सरकार गिरवा दी थी और अपने विधायकों के साथ कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में चले गये थे। लेकिन इस बात को भी जनता भलीभांति जान गयी है और जनता को यह भी पता चल गया कि भाजपा ने कांग्रेस की सरकार गिराकर अपनी सरकार बनाने के लिए बागी विधायक और मंत्रियों के लिए फंडिग की है, जिसके तहत 50 करोड़ प्रत्येक विधायकों और 100 करोड़ प्रत्येक मंत्री को दिये गए हैं। अब जनता के मन में भी यह बात भी घर कर गयी है कि हमने तो वोट क्षेत्र के विकास के लिए दिया था और अपना जनप्रतिनिधि चुना था, जनता ने नेता से वोट डालने के लिए कोई पैसा नहीं लिया लेकिन हम जनता का वोट हमारे विधायक-मंत्री ने बेच दिया है। कांग्रेस ने कहा कि अब जनता भी समझ गई है और उसने बिकाऊ नेताओं को सबक सिखाने का मन बना लिया है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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