स्वसहायता समूह सशक्तिकरण और क्रेडिट लिंकेज कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री भूपेंद्र सिंह, कहा-महिलाएं दे रही आर्थिक समृद्धि में योगदान

Gaurav Sharma
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सागर,शुभम पाठक। रविवार को प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री‌ भूपेंद्र सिंह ठाकुर सागर में स्वसहायता समूह सशक्तिकरण और क्रेडिट लिंकेज के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का संकल्प तब ही पूर्ण हो सकेगा, जब भारत में स्वदेशी वस्तुओं का निर्माण हो। हम किसी भी वस्तु अथवा आवश्यकता के लिए किसी दूसरे पर निर्भर ना हों। इस दिशा में हमारा प्रदेश भी आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की ओर बढ़ रहा है, और इस कार्य में महिलाओं का योगदान अति आवश्यक है।

आगे उन्होंने बताया कि सागर में पहले महिलाएं बीड़ी बनाने का कार्य करती थी, जिससे उन्हें कई बीमारियों का सामना भी करना पड़ता था। आज प्रदेश में वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध हैं। स्व सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं के कार्य करने का दायरा भी बढ़ा है। मंत्री सिंह ने कहा कि मैं आज बहुत खुश हूँ कि उनकी बहने तेजी से आगे बढ़ रही है और देश की आर्थिक समृद्धि में योगदान दे रहीं हैं।

वहीं कार्यक्रम में मौजूद कलेक्टर दीपक सिंह ने कहा कि क्रेडिट लिंकेज कार्यक्रम प्रत्येक विकासखंड स्तर पर भी आयोजित किया गया है। जिले में कुल 12,747 समूह हैं, जिनसे 1,46,768 परिवार जुड़े हुए हैं। करीब 13, हजार महिलाएं दुग्ध उत्पादन से जुड़ी है। साबुन, मास्क, पी पी ई किट, हैंड वॉश, सेनेटाईजर, सेनेटरी नैपकिन, अगरबत्ती, दोना-पत्तल निर्माण इत्यादि गतिविधियां भी स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा संचालित की जा रही है। कार्यक्रम में नरयावली विधायक प्रदीप लारिया, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कर्मचारी, स्व सहायता समूहों की महिलाएं एवं अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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