Sanjeevani Clinic: स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रस्तुत की गई योजना के तहत उज्जैन में विभिन्न क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के लिए 22 क्लीनिक खोले जा रहे हैं। आने वाले कुछ ही दिनों में आचार संहिता के बावजूद, अब तक सिर्फ 2 डॉक्टरों की नियुक्ति हो पाई है, जिनकी चयन प्रक्रिया भोपाल में चल रही है। डॉक्टरों की नियुक्ति होने के लिए क्लीनिक का चालू होना जरूरी है, और हैंडओवर प्रक्रिया के पूरा होने तक शहर के लिए नई भर्तियां नहीं की जा सकतीं।
सभी स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की कमी:
एनएचएम द्वारा भोपाल में चल रही नियुक्ति के बावजूद, अभी तक केवल दो डॉक्टर उज्जैन के लिए चयनित किए गए हैं। दरअसल अर्बन हेल्थ सेंटर के साथ ही संविदा डॉक्टर की जरूरत सभी संजीवनी क्लीनिक, स्वास्थ्य केंद्रों में भी बनी हुई है। हालांकि डॉक्टर की नियुक्ति शहर में तब ही हो पाएगी, जब क्लीनिक बनकर तैयार होंगे। जिसकी जानकारी भोपाल विभाग को दी जाएगी।
दोनों सरकारी विभाग कर रहे कार्यवाही:
हालांकि संजीवनी क्लीनिक के लिए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग दोनों के बीच संयुक्त कार्यवाही में हैंडओवर में देरी की बातें उजागर हो रही हैं। दोनों ही विभाग लगातार संपर्क में हैं और कार्य को गति देने के लिए प्रयासरत हैं। हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक सभी संजीवनी क्लीनिक के लिए जगह तय की जा चुकी है। जिसके चलते निर्माण कार्य लगभग चल रहा है। लेकिन एक भी संजीवनी क्लीनिक का हैंडओवर अभी तक चलाने के लिए नहीं दिया गया है।