Conversion case in Satna : सतना के मझगवाँ थानाक्षेत्र के मोटवा गांव में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। गांव के एक घर में चल रही ईसाई धर्म की प्रार्थना सभा के दौरान लामबंद बजरंग दल कार्यकर्ता जय श्रीराम के उद्घोष के साथ पुलिस को लेकर मौके पर पहुंच गए। पुलिस के पहुंचते ही वहां अफरा तफरी का माहौल हो गया। इस मामले में पुलिस एक महिला सहित तीन लोगों को हिरासत में लेकर थाने ले गई। इसी के साथ मौके से कुछ किताबें और दस्तावेज भी जब्त किए हैं। मझगवां पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला कायम कर गिरफ्तार कर लिया है।
सतना की डकैत प्रभावित इलाके मोटवा गांव में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। गांव में रहने वाले निवासी मनोज कोरी नाम के युवक ने भगवानदीन साकेत के घर में ईसाई धर्म की प्रार्थना सभा होने और धर्मांतरण कराने की जानकारी बजरंग दल और पुलिस को दी। इसके बाद बजरंग दल कार्यकर्ता लामबंद होकर मझगवाँ थाने पहुंचे। साथ में पुलिस भी मौके पर पहुंची। यहां बजरंग दल के कार्यकर्ता जय श्रीराम के नारे लगाते हुए भगवानदीन साकेत के घर पहुंच गए। पुलिस ने ईसाई मिशनरियों से पूछताछ की और फिर आरती साकेत, पादरी रोशन फास्टर और मायाराम निंगवाल को हिरासत में लेकर थाने ले गई। मौके से कुछ किताबें और दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोटवा गांव से 4 नाबालिग लड़कियों को बाहर भेजा गया है। उन्होने आशंका जताई कि उनसे देह व्यापार कराया जा रहा है। इस मामले में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने एसडीओपी को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। चित्रकूट एसडीओपी आशीष जैन ने बताया कि मोटवा गांव में ईसाई धर्म सभा करने और धर्मांतरण कराने के आरोप में मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत तीन आरोपियों के खिलाफ मामला कायम कर गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।