Ram Navmi 2023 : देशभर में आज रामनवमी और महानवमी की धूम देखने को मिल रही है। इसी कड़ा में मध्यप्रदेश के सतना के चित्रकूट में भी इस दिवस को बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर तपोभूमि चित्रकूट 11 लाख दीपकों की रोशनी से आलोकित होगी। साथ ही, विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें आतिशबाजी, रंगोली, भजन-कीर्तन, पंडाल सजावट आदि शामिल है। समाज के लोगों को एकजुट होकर श्रीराम और उनकी लीलाओं की स्मृतियों को याद करेंगे।
धूमधाम से मनाया जाएगा त्योहार
चित्रकूट में रामनवमी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यहां पर हर साल भगवान राम के जन्म दिवस पर विशाल संख्या में दीये जलाए जाते हैं। इस वर्ष रामनवमी 2023 में चित्रकूट में लगभग 11 लाख दीपों से जगमगाने की योजना है। इसके लिए तैयारियां पूर्ण की जा रही हैं और स्थानीय लोग अपनी भागीदारी ले रहे हैं। दरअसल, भगवान श्री राम के प्राकट्य दिवस पर उनके भक्तों की उमंग और उत्साह अनुभूत देखने को मिल रही है। बता दें कि चित्रकूट नगर में जगमगाते दीपों और आतिशबाजी के नजारे देखना भी एक अद्भुत अनुभव होगा।
एसडीएम ने दी ये जानकारी
वहीं, एसडीएम पीएस त्रिपाठी ने बताया कि रामनवमी पर गौरव दिवस मनाए जाने के लिए सहयोगियों से चर्चा कर व्यवस्थाएं शुरू कर दी गई हैं। यह आयोजन जनसहयोग से होता है। दरअसल, सात दिवसीय रामलीला के आयोजन के बाद 30 मार्च को 11 लाख दीए जलाने के लिए सभी ने स्वयं अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करना शुरू कर दिया है। इस बार एक साथ पूरे चित्रकूट में मठ- मंदिरों, घाटों, संस्थानों, घरों और गली में 11 लाख दीप प्रज्ज्वलित किए जाने की तैयारी है। साथ ही, आतिशबाजी भी की जाएगी।
7 बजे बजाया जाएगा सायरन
मिली जानकारी के अनुसार, दीपक शाम 7 बजे सायरन बजते ही जगमगाने लगेंगे और 7 बजकर 10 मिनट तक सभी दीप जलाए जाएंगे जो अगले आधे घंटे तक भगवान श्रीराम की तपोभूमि को आलोकित करेंगे। इसके बाद रात 7 बजकर 40 मिनट से रात 8 बजे तक लगातार 20 मिनट तक सरयू धारा, भरत घाट और गुप्त गोदावरी में आतिशबाजी होगी। यह कार्यक्रम रामनवमी के अवसर पर होने वाला है और इसमें स्थानीय लोग भी सहभागिता दिखा रहे हैं।
रामलीला का होता है आयोजन
यहां पर ऐसी मान्यता है कि भगवान श्री राम ने चित्रकूट पर्वत के ऊपर वनवास काटा था इसलिए यह स्थान उनके भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह उत्सव भगवान श्री राम के जीवन और महत्व को समझने के लिए भी एक अवसर होता है। बता दें कि रामनवमी हिंदू धर्म में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है जो मार्च या अप्रैल में पड़ती है।
इस दिन भगवान श्री राम के जन्मभूमि अयोध्या में भक्तों का आगमन होता है। इस दिन मंदिरों में पूजा अर्चना और भजन-कीर्तन किया जाता है। भगवान श्री राम की कथा और जीवन गाथा के बारे में भी बताया जाता है। भक्तों के द्वारा भगवान श्री राम की मूर्तियों को सजाया जाता है और प्रसाद बांटा जाता है। भारत के अलग-अलग राज्यों में रामलीला का आयोजन किया जाता है, जिसमें भगवान श्री राम की कथा का प्रसंग दिखाया जाता है। इस दिन कुछ लोग व्रत रखते हैं और सदुपयोग का प्रयास करते हैं।